-लड़की की तरफ से नहीं लगाया गया कोई आरोप
श्रीनगर (ईएमएस)। जम्मू कश्मीर में युवक को जीप के आगे बांधने वाले मेजर गोगोई को एक लड़की के साथ पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हालांकि उसने उन पर कोई आरोप नहीं लगाया है। कहा जा रहा है कि ड्यूटी री-जॉइन करने से पहले आर्मी अफसर नाबालिग लड़की के साथ रात बिताने वाला था। जम्मू कश्मीर पुलिस ने बताया कि होटल ग्रैंड ममता से कॉल आने के बाद आर्मी अफसर, नाबालिग और एक ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया।
होटल के मालिक मंसूर अहमद ने बताया कि अफसर ने होटल की बुकिंग ऑनलाइन करवाई थी और वह श्रीनगर एयरपोर्ट से होटल पहुंचे। अहमद ने बताया, गोगोई ने रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर दो लोगों का नाम लिखा था। होटल मैनेजमेंट ने उनसे दो आधार कार्ड देने के लिए कहा, इसमें से एक लोकल कश्मीरी लड़की का था, जो कि नाबालिग थी। वह चेकआउट 24 मई को करने वाला था। पुलिस ने बताया कि पुलिस दल मौके पर पहुंचा और गोगोई सहित सभी लोगों को थाने ले आया। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला कि महिला सेना के अधिकारी से मिलने आई थी। सेना के अधिकारी की पहचान पुलिस द्वारा की गई और उसका बयान दर्ज करने के लिए उसे उसकी यूनिट को सौंप दिया गया। पुलिस ने हिरासत में ली गई लड़की का बयान भी लिया है। सूत्रों के अनुसार, लड़की ने आर्मी अफसर पर कोई आरोप नहीं लगाया है।
बताया जा रहा है कि मेजर गोगोई श्रीनगर के एक होटल रूम में लड़की के साथ जाना चाहते थे, लेकिन स्टाफ ने मेजर को इसकी इजाज़त नहीं दी। इस पर गोगोई का होटल स्टाफ के साथ झगड़ा हो गया और उसने उनकी पुलिस में शिकायत कर दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, हमने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया है। हमने उन डॉक्युमेंट्स की जांच भी की, जिसे लड़की के बालिग होने के प्रमाण के तौर पर दिखाया गया था। लड़की की उम्र को लेकर छानबीन जारी है। पुलिस के मुताबिक, पूरी जांच के बाद ही इस पर कोई एक्शन लिया जाएगा। अगर ज़रूरत हुई तो एफआईआर दर्ज की जाएगी। पुलिस ने लड़की के परिजनों का बयान भी लिया है। इसके अलावा उसे होटल तक लाने वाले ड्राइवर और झगड़े के बाद पुलिस बुलाने वाले होटल मैनेजर का बयान भी लिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि गोगोई यह साफ नहीं कर पाए कि उन्होंने होटल रूम क्यों बुक किया था। सेना के अधिकारियों को आधिकारिक सूचना और सिक्युरिटी के बिना कैम्प के अलावा कहीं और रुकने की अनुमति नहीं होती। इस मामले की जांच कर रहे श्रीनगर के एसपी (नॉर्थ) ने आर्मी से जानकारी मांगी है कि क्या उनके अधिकारियों को गोगोई के स्टे की जानकारी थी या नहीं? अब पूरा मामला सेना की जानकारी पर निर्भर है। अगर मेजर ने सर्विस रूल्स का उल्लंघन किया होगा तो आर्मी उनके खिलाफ एक्शन लेने के लिए स्वतंत्र है।