संत कवि भीम भोई सभागार (भुवनेश्वर), 15 अप्रैल ( अजीत पाठक)| हाल के पांच राज्यों में से चार में (उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर) मिली शानदार सफलता के बाद भाजपा की नजर अब पूरब के समुद्री तटीय राज्य ओडिशा पर टिक गई है। पार्टी यहां अपनी जड़ें मजबूत कर आगामी 2019 विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ नवीन पटनायक सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए अपनी रणनीति को धार देने में जुट गई है। इसी रणनीति की रूपरेखा तैयार करने के लिए भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक भुवनेश्वर में आयोजित हो रही है।
भाजपा की रणनीति के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दोपहर बाद भुवनेश्वर एयरपोर्ट पहुंचने के बाद एक रोड शो करेंगे। 8 किलोमीटर लंबा यह रोड शो एयरपोर्ट से शुरु होकर राजभवन पर खत्म होगा। एयरपोर्ट पर प्रदेश इकाई के नेता प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत करेंगे। इसके बाद शुरु रोड शो के दौरान जगह-जगह पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठों और मोर्चों के द्वारा मोदी का सम्मान किया जाएगा।
ओडिशा में भाजपा का मतलब ‘ मोदी’
इस दौरान राज्यभर से आए तकरीबन 300 अलग-अलग समूह रोड शो के दौरान अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए मोदी के रोड शो में शामिल होंगे। वहीं, कार्याकारिणी बैठक स्थल जनता मैदान पहुंचने पर मोदी का आदिवासी समुदाय के बच्चों द्वारा अभिवादन किया जाएगा।
इस दो दिवसीय बैठक से इतर प्रधानमंत्री रविवार सुबह प्राचीन लिंगराज मंदिर भी जाएंगे। जहां वह पूजा अर्चना करेंगे| लिंगराज मंदिर में भगवान शिव और विष्णु के प्रतीक की पूजा होती है। यह मंदिर हिन्दू धर्म की दो प्रमुख शैव और वैष्णव पंथ के आपसी प्रेम और भाईचारे का प्रतीक है। इस मंदिर में भगवान हरि (विष्णु) हर (शिव) का संयुक्त रूप देखने को मिलता है। जहां हिन्दू धर्म के सभी पंथों, आदिवासी समाज के लोग वर्षों से आराधना करते आ रहे हैं। प्रधानमंत्री रविवार को 1817 के पाइक विद्रोह के नायकों के परिजनों से भी मुलाकात कर उनका सम्मान करेंगे। ओडिशा में पाइक विद्रोह को अग्रंजों के खिलाफ पहले सशस्त्र विद्रोह के रूप में जाना जाता है। समझा जा रहा है कि प्रधानमंत्री के इस कदम का प्रदेश की राजनीति में भाजपा को खासा लाभ मिलेगा।
बहरहाल, साफ है कि 15 और 16 अप्रैल की दो दिवसीय भाजपा बैठक में बीजू जनता दल के डेढ़ दशक के शासन को सत्ता से बेदखल करने की रणनीति का खाका तैयार होगा। इस दौरान शहर की सड़कों को भाजपा और उसके शीर्ष नेताओं की तस्वीरों वाले बैनर और होर्डिंग्स से पाट दिया गया है। प्रधानमंत्री की आदमकद होर्डिग्स जगह-जगह नजर आ रही है। शीर्ष नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की तस्वीरों को भी प्रमुखता से होर्डिंग्स पर जगह दी गई है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, महाराष्ट्र के देवेन्द्र फडनवीस, राजस्थान की वसुंधरा राजे, गोवा के मनोहर पर्रिकर, मध्य प्रदेश के शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के रमन सिंह, मणिपुर के बीरेन सिंह, अरूणांचल के पेमा खांडू, झारखंड के रघुवर दास, असम समेत सभी भाजपा शासित 13 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की तस्वीर वाले बैनर, होर्डिंग्स से शहर पट गया है।
दो दिवसीय बैठक की शुरुआत से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। उसके बाद शाम 5 बजे शाह के अध्यक्षीय भाषण से बैठक की शुरूआत होगी।