जम्मू, 29 दिसम्बर = नोटबंदी के 50 दिन बीत जाने पर इसका असर पूरे देश के साथ-साथ जम्मू कश्मीर में भी देखने को मिला। पांच सौ तथा 1000 के नोट बंद होने से लोगों को शुरू में परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन जम्मू के लोगों ने परेशानियों के बावजूद इसका समर्थन भी किया। नोटबंदी की शुरुआत में बैंको तथा एटीएम बूथ पर लोगों की भारी भीड़ देखी गई मगर जैसे-जैसे समय बीतता गया, यह भीड़ कम होती गई। नोटबंदी के 50 दिन पूरे होते-होते बैंकों तथा एटीएमों में भीड़ कम होने व पर्याप्त मात्रा में एटीएम में पैसा उपलब्ध होने से लोगों की परेशानियां लगभग समाप्त हो गई हैं।
शुरुआत में लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा मगर तब भी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के साथ थे। आज नोटबंदी के 50 दिन बीत जाने पर जम्मू-कश्मीर के बैंकों में भीड़ नाममात्र ही रह गई है तथा एटीएम में भी भीड़ समाप्त हो चुकी है। लोग एटीएम में जब चाहे पैसा निकाल रहे हैं। नोटबंदी पर लोगों का कहना है कि इससे अभी तो परेशानी हो रही है लेकिन भविष्य में इसका काफी फायदा होगा। प्रधानमंत्री द्वारा उठाए गए इस कदम का आम जनता ने खुलकर समर्थन किया है। लोगों का मानना है कि इस कदम से जहां एक ओर काले धन पर रोक लगेगी वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार भी समाप्त होगा।
जम्मू के सीमावर्ती इलाके राजौरी में 50 वर्षीय संतोष कुमार पिछले 30 वर्षों से फटे पुराने नोटों को बदलने का काम करते है। उन्होंने कहा कि वह इन नोटों को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में जमा करते थे जिनसे उन्हें 8 से 10 हजार रुपये की कमाई होती थी। लेकिन अब उनकी कमाई मात्र 3000 रुपये तक रह गई है और उनकी रोज़मर्रा की जिंदगी पर इससे फर्क भी पड़ा है, फिर भी वो इस फैसले को गरीबों के हित में लिया गया फैसला मानते हैं, इसलिए वह इस फैसले से खुश हैं।