पटना, 28 दिसम्बर = नोटबंदी के खिलाफ राजद के घोषित आन्दोलन में कांग्रेस और जद (यू) के शामिल नहीं होने के निर्णय के साथ ही बिहार की सतारूढ़ महा गठबंधन के प्रमुख घटक दल, राजद अपने आन्दोलन में अलग-थलग पड़ती जा रही है| बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने एक बयान जारी कर कहा कि नोटबंदी पर राजद के आज हो रहे धरना में कांग्रेस शामिल नहीं होगी। कांग्रेस के किनारा करने के साथ ही ,जदयू ने भी इस धरना में शामिल होने से इंकार कर दिया।
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी नोटबंदी के मुद्दे पर अपने स्टैंड से पीछे नहीं हटेगी. उन्होंने कहा कि जदयू 50 दिनों के बाद नोटबंदी के प्रभाव की समीक्षा करेगा 1 उन्होंने कहा कि इसके पहले किसी आंदोलन में शामिल होने का सवाल नहीं उठता ।
उल्लेखनीय है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कालाधन के खिलाफ नोटबंदी को मजबूत कदम मानते हुए इसका समर्थन किया था।
इस बीच कांग्रेस पार्टी नोटबंदी के विरोध में बैठकें भी कर रही है वहीं दूसरी ओर बिहार में नोटबंदी के विरोध में यादव की पार्टी के साथ खड़ा होने के लिये तैयार नहीं है।
सतारूढ़ महागठबंधन के घटक दलों के इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर अलग अलग राय रखने के कारण गठबंधन में दरार साफ़ दिख रही है|