नई दिल्ली, 24 जनवरी= नोटबंदी के बाद जन धन खातों में फर्जी लेन-देन पर आयकर विभाग ही नहीं, बल्कि नीति आयोग से जुड़े शीर्ष स्तर के आंकड़ा विशेषज्ञ भी नजर रखेंगे। नीति आयोग की यह टीम उन बैंक खातों की जांच करेगी जिनमें गड़बड़ी का शक होगा।
आयोग ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, बेंगलुरु के फैकल्टी मेंबर और आंकड़ा विशेषज पुलक घोष इस टीम की अगुवाई करेंगे।
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक यह टीम नोटबंदी के बाद जनधन खातों में जमा राशियों में हुई गड़बड़ियों का पता लगाएगी। अधिकारी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से 8 नवम्बर को नोटबंदी की घोषणा के बाद जनधन खातों में हुई फर्जी लेन-देन का पता लगाने के लिए नीति आयोग के डेटा ऐनालिटिक सेल ने बैंकों से लेन-देन की जानकारी मांगी है।’
पिछले वर्ष 2-30 अक्टूबर के बीच 32 लाख जनधन खातों में 646 करोड़ रुपये जमा हुए थे। नोटबंदी के बाद 30 नवम्बर को जनधन खातों में जमा राशि 29,000 करोड़ रुपये बढ़ गई और बाद में 74,321 करोड़ रुपये पर जा पहुंची।