पटना, सनाउल हक़ चंचल
जमालपुर-किऊल रेलखंड के मसूदन रेलवे स्टेशन पर नक्सलियों ने हमला बोल असिस्टेंट स्टेशन मास्टर समते कई रेल कर्मियों का अपहरण कर लिया। नक्सलियों ने देर रात घटना को अंजमा दिया है। नक्सलियों ने डीआरएक को फोन कर धमकी दी है कि अगर ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया थी वे अगवा किए गए रेल कर्मियों की हत्या कर देंगे। धमकी मिलने के बाद जमालपुर-किऊल रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
इस संबंध में लखीसराय के एसफी अरविंद ठाकुर ने बताया कि सुबह 6:40 बजे नक्सलियों का धमकी भरा फोन आया था जिसमें उन्होंने रेल परिचालन शुरू करने पर अगवा किए गए कर्मियों की हत्या करने की धमकी दी है। उन्होंने बताया कि नक्सलियों की संख्या 20 से 25 बताई जा रही है। मगर मसूदन रेलवे स्टेशन पर सिर्फ छह नक्सली ही आए थे। रात से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उनकी चार टीम नक्सलियों की छानबीन में लगी हुई है। इसके अलावा मुंगेर और सीआरपीएफ की टीम भी कार्रवाई कर रही है। जल्द ही अगवा किए गए कर्मियों को रिहा करवा लिया जाएगा।
गौरतलब है कि नक्सलियों की ने आग बिहार-झारखंड बंद बुलाया है। इसी को लेकर नक्सलियों ने बिहार के जमालपुर-किऊल रेलखंड के मसूदन स्टेशन पर देर रात हमला बोल दिया। देर रात किए इस हमले में नक्सलियों ने मसूदन स्टेशन के स्टेशन मास्टर और पोर्टर, गया-जमालपुर पैसेंजर ट्रेन के चालक, सहायक चालक और गार्ड को अगवा कर सिग्नलिंग पैनल फूंक दिया।
गया- जमालपुर सवारी गाड़ी किऊल से जमालपुर की ओर आ रही थी। अभयपुर स्टेशन से यह ट्रेन 11.22 बजे रात में खुली लेकिन रात के दो बजे तक ट्रेन कहां खड़ी थी और किस स्थिति में थी, इसका कोई पता नहीं चल पा रहा था। घटना की सूचना मिलने के बाद जमालपुर के स्टेशन अधीक्षक सुधीर कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर परवेज खान, जीआरपी थानाध्यक्ष कृपासागर एवं टीआई दिलीप कुमार सभी जमालपुर स्टेशन पर कैंप कर रहे हैं। बड़ी संख्या में जमालपुर स्टेशन पर पुलिस बलों को इकट्ठा किया जा रहा है।
अगवा हुए रेलकर्मियों के नाम :
मधुसूदन स्टेशन के एएसएम- मुकेश कुमार,
मधुसूदन स्टेशन के पोर्टर- निरेन्द्र मंडल,
गया-जमालपुर पैसेंजर ट्रेन के ड्राइवर, सहायक ड्राइवर और गार्ड