पुलिस ही देती है ध्वनि प्रदूषण को बढ़ावा, हाईकोर्ट ने लगाई फटकार
मुंबई, 22 अप्रैल (हि.स.)। मुंबई शहर का माहिम इलाका जो कि शांति क्षेत्र में समाहित है और यहां पर मेले के समय दरगाह तक निकाले जाने वाले जुलूस में ध्वनि प्रदूषण की मात्रा अधिक होती है। यह सब माहिम पुलिस के नेतृत्व में होता है। इस तरह का कटाक्ष करते हुए मुंबई हाईकोर्ट ने जहां सरकार को फटकार लगाते हुए उससे जवाब तलब किया है, वहीं माहिम पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मिलिंद इडेकर व सहायक आयुक्त शिलवन ढोवले को अवमानना की नोटिस भेजा है।
गौरतलब है कि माहिम में सूफी संत मकदूम अली माहिमी के जन्मदिन के निमित्त माहिम मेले का आयोजन किया जाता है। इस दौरान एक जुलूस का आयोजन किया जाता है, जिसका नेतृत्व पुलिस ही करती है और पुलिस द्वारा चादर चढ़ाने के बाद से ही मेले का शुभारंभ होता है। दरगाह तक आने वाला जुलूस पुलिस थाना परिसर से होकर ही आगे जाता है। इस दौरान ध्वनि पेक्षक का प्रयोग किया जाता है, जिसकी आवाज विकराल स्वरुप में होती है और उससे ध्वनि प्रदूषण फैलता है। माहिम पुलिस थाने के अधिकारियों के संरक्षण में ध्वनि प्रदूषण फैलाने का काम किया जाता है।
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न्यायालय ने सरकार व पुलिस प्रशासन को फटकार लगाते हुए कहा है कि जिसे रोकने का काम पुलिस को करना चाहिए, वही उसे बढावा दे रही है। ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई करने के शिवाय परिस्थिति सुधरने वाली नहीं है। ऐसा कहते हुए न्यायालय ने माहिम पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मिलिंद इडेकर व सहायक आयुक्त शिलवन ढोवले को अवमानना की नोटिस भेजा है और सरकार से पूछा है कि ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई करने के लिए वह कौन सा कदम उठाने जा रही है, इसका खुलासा करे।