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द. कोरिया के नए राष्ट्रपति ने प्योंगयांग जाने की इच्छा की जाहिर

सोल, 10 मई (हि.स.)। चुनाव में विजयी होने के एक दिन बाद मून जे इन ने मंगलवार को दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। मून ने अपने पहले संबोधन में कहा कि वह अर्थव्यवस्था और उत्तर कोरिया के साथ संबंधों पर ध्यान देंगे। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली।

बीबीसी के अनुसार, मून ने नेशनल एसेम्बली भवन में राष्ट्रपति के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। उन्होंने अपने भाषण में यह भी कहा कि स्थिति अनुकूल होने पर वह प्योंगयांग का भी दौरा करने को इच्छुक हें। हालांकि उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों और उसके परमाणु परीक्षण की आशंका के मद्देनजर अमेरिका व प्योंगयांग के बीच तनाव चरम पर है।

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उल्लेखनीय है कि मानवाधिकारों के पूर्व अधिवक्ता और उत्तर कोरियाई शरणार्थी के पुत्र मून अपने उदारवादी विचारों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर विभाजित देश को एकजुट करने की भी शपथ ली। मून ने कहा कि कोरिया प्रायद्वीप में शांति लाने के लिए वह हर संभव कोशिश करेंगे।

मून ने कहा, “ अगर जरूरी हुआ तो मैं तुरंत वाशिंगटन के लिए रवाना हो जाउंगा। मैं बीजिंग, टोक्यो और सही परिस्थिति में प्योंगयांग भी चला जाउंगा।” उन्होंने आगे कहा कि मिसाइल रक्षा प्रणाली ‘थाड’ के मुद्दे पर वह अमेरिका और चीन के साथ गंभीर वार्ता करेंगे।
नए राष्ट्रपति के पहले संबोधन पर विशेषज्ञों का कहना है कि मून के राग उनके पूववर्ती राष्ट्रपतियों से हटकर हैं। वह शपथ लेने के दस मिनट बाद ही टीवी पर चले गए और दक्षिण कोरियाई लोगों से कहा कि वह समतावादी समाज की स्थापना करना चाहते हैं।

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