देश में कैश किल्लत, सरकार ने कहा दो दिन में सामान्य हो जाएंगे हालात
कुछ राज्यों में कम हुई कैश की सप्लाई
नई दिल्ली (ईएमएस)। देश के कई राज्यों में कैश की किल्लत की खबरें लोगों को एटीएम से पैसा नहीं मिल रहे है। इसतरह की खबरों के आने के बाद अब सरकार हरकत में आ चुकी है। इसके बारे में मंगलवार को वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि कुछ इलाकों में नोटों की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई है। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि सरकार ने देश में करंसी के हालात की समीक्षा की है। वित्तमंत्री ने कहा कि देश में जरूरत से ज्यादा नोट सर्कुलेशन में हैं और बैंकों में भी पर्याप्त नोट उपलब्ध हैं। इधर, केंद्रीय वित्तराज्य मंत्री शिव प्रसाद शुक्ल ने कहा है कि कुछ राज्यों में नोटों की पैदा हुई किल्लत तीन दिनों में खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में कैश की किल्लत है, वहां दूसरे राज्यों के मुकाबले कम नोट पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जरूरत के मुताबिक राज्यों के बीच नोटों का उचित वितरण करने की दिशा में कदम उठा रही है। शुक्ल ने कहा, अभी हमारे पास 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये की कैश करंसी है। एक समस्या है कि कुछ राज्यों के पास कम करंसी है जबकि अन्य राज्यों के पास ज्यादा। सरकार ने राज्य स्तर पर समिति गठित की है। वहीं,आरबीआई ने भी नोटों को एक राज्य से दूसरे राज्य में भेजने के लिए कमिटी गठित की है। वित्तराज्य मंत्री ने भरोसा दिलाया कि जिन राज्यों में नोटों को कमी पड़ रही है,वहां तीन दिनों में नोटों की नई खेप पहुंचा दी जाएगी।
दरअसल,आंध्र प्रदेश,तेलंगाना और मध्यप्रदेश में बीते कई सप्ताह से जारी कैश की किल्लत से उहापोह की स्थिति पैदा हो गई है। लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर नए नोट गए तो गए कहां? सवाल उठ रहा है कि क्या अब भी नोट कालेधन के कारोबारियों के कब्जे में चले गए हैं या रिजर्व बैंक ने ही नोटों की सप्लाई कम कर दी है? कैश की कमी की वजह से लोगों के महत्वपूर्ण काम रुक रहे हैं। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक व्यक्ति ने मंगलवार सुबह से 5-6 एटीएम का चक्कर लगाने के बाद कहा कि उन्हें बच्चों का एडमिशन करवाने के लिए पैसे नहीं मिल पा रहे हैं। इसके साथ ही, रोजमर्रा के सामान और सब्जियां भी नहीं खरीद पा रहे हैं।