मनीला, 06 अप्रैल= फिलीपींस के राष्ट्रपति राड्रिगो डुटर्टे ने दक्षिण चीन सागर के लावारिस पड़े द्वीपों पर सेना भेजने का आदेश दिया है। मनीला के इस कदम से चीन समेत पड़ोसी देशों के साथ उसके संबंध बिगड़ने के आसार बढ़ गए हैं। यह जानकारी गुरुवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति डुटर्टे पद भार संभालने के बाद चीन के साथ संबंध सुधारना चाहते थे और दक्षिण चीन सागर पर दावों को लेकर संयमित दृष्टिकोण अपनाए हुए थे। लेकिन उन्गुहोंने रुवार को अपना सुर बदल लिया और कहा कि द्वीपों पर निर्माण करने तथा फिलीपींस का घ्वज लहराने का समया आ गया है।
दक्षिण चीन सागर में विवादित स्पार्टली द्वीप समूहों के निकट पश्चिमी पलवान द्वीप पर एक सैन्य अड्डे के दौरा के दौरान उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “ ऐसा प्रतीत होता है कि हर कोई द्वीपों को हथियाने में लगा हुआ है, इसलिए हमने अब तक लावारिस पड़े द्वीपों को ही चुना है। ”
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विदित हो कि दक्षिण चीन सागर विश्व का सबसे व्यस्त समुद्री मार्ग है और पड़ोसी देशों के दावों के बावजूद चीन पूरे रे दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है। वह कृत्रिम रूप से बनाए गए द्वीपों पर लड़ाकू विमान तैनात करने के लिए तेजी से सैन्य हवाई अड्डा का निर्माण कर रहा है।
डुटर्टे कहा, “ मैंने सेना को सभी द्वीपों पर कब्जा जमाने का आदेश दिया है।” उन्होंने आगे कहा कि मनीला स्पार्टली द्वीपों में 10 पर अपना दावा करता है।
समाचार एजेंसी एएफपी ने जब चीनी दूतावास के एक अधिकारी से डुटर्टे की घोषणा के बारे में पूछा तो वह आश्चर्य चकित रह गया, लेकिन सवाल का जवाब चीनी विदेश मंत्रालय के पाले में डाल दिया।