तिजोरी में पैसा नहीं है, 25 वर्ष तक 7वां वेतन आयोग देना मुश्किल: दिवाकर रावते
मुंबई, 17 अक्टूबर : एसटी कर्मचारी वेतन वृद्धि की मांग को लेकर सोमवार की मध्यरात्रि से हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल पर जाने के बाद उनकी मांगों के सदर्भ में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य के परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने कहा है कि तिजोरी खाली है और आगामी 25 वर्ष तक एसटी कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के अनुसार वेतना देना मुश्किल है। रावते के बयान से लगता है कि सरकार झुकने को तैयार नहीं है।
गौरतलब है कि दीपावली के ऐन मौके पर एसटी कर्मचारी अपने वेतन वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं। इससे जहां जनता को यातायात की समस्या हो रही है, वहीं सरकार कर्मचारियों की मांगों के आगे झुकने को तैयार नहीं दिख रही है। राज्य के परिवहन मंत्री दिवाकर रावते का कहना है कि एसटी कर्मचारियों की हड़ताल अवैध है। साथ ही तिजोरी खाली है और आगामी 25 वर्ष तक एसटी कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग के अनुसार वेतना देना मुश्किल है।
रावते ने आरोप लगाते हुए कहा है कि एसटी कर्मचारियों की हड़ताल के पीछे कांग्रेस का हाथ है। सरकार कर्मचारियों के हितों के लिए सतत् प्रयत्नशील है, पर हड़ताल पर गए कर्मचारियों ने स्वत: अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारी है।
उल्लेखनीय है कि एसटी कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण राज्य भर में इसके परिणाम देखने को मिल रहे हैं। एसटी प्रवासियों का बुरा हाल है। रावते ने आरोप लगाते हुए कहा है कि महाराष्ट्र एसटी कर्मचारी संगठन संयुक्त कृति समिति से संलग्न कुछेक कामगार संगठनों से हडताल वापस ले ली थी, पर काम पर आने वाले चालकों व वाहकों को रोकने का काम हड़ताल पर गए कर्मचारियों ने किया है। इसी क्रम में अंबाजोगाई और बीड में परिवहन मंत्री दिवाकर रावते का पुतला फूंका गया है। (हि.स.)।