Tamilnadu.चेन्नई, 09 मार्च (हि.स.)। तमिलनाडु के तूतुक्कुड़ी जिला मे स्थित कूदनकुलम परमाणु बिजली कारखाना के निर्माण और कमिशनिंग के समय बहुत से आंदोलन का सामना करना पड़ा है। ऐसे में जब इस परियोजना का दूसरा चरण भी शुरू हो गया है तो उम्मीद है कि राज्य को जरूरी बिजली मिल पाएगी।
वर्तमान के हाइड्रोकार्बन या जलिकट्टू के लिए जिस तरह बड़े पेमाने पे स्थानिय जनता जमा हुई, इसी तरह उन दिनों एक संगठित रूप मे महीनों संघर्ष चलता था। लेकिन इन सब विरोधों को पार करते हुए इस कारखाने में बिजली उत्पाद शुरू हुआ। हजार मेगावॉट के पहले चरण या फेज़ में से 563मेगावॉट तमिलनाडु को आवंटित हो रहा है। बाकी बिजली राष्ट्रीय ग्रिड द्वारा पॉवेरग्रिड कॉर्पोरेशन ले जा रहा है।
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इतना ही नहीं, इस कारखाने का दूसरा चरण भी पूरा होकर बिजली उत्पाद करने की कगार में खड़ा है। दूसरी ओर, गर्मी का मौसम भी दस्तक दे रहा है। ऐसे में राज्य को अपेक्षा है कि कूदनकुलम से ज़्यादा से ज़्यादा बिजली मिले ताकि बढ़ती बिजली की माँग को पूरा किया जा सके। जिससे ग्राहकों को किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े।