डॉक्टर की जगह एसी मकैनिक पहुचा इलाज करने , उपचार के दौरान मरीज की मौत !
कोलकाता (ईएमएस)। पश्चिम बंगाल के बीरभूम निवासी हाईस्कूल के 16 वर्षीय छात्र अर्जित दास की गुरुवार को एम्बुलेंस में ले जाते समय मौत हो गई। छात्र को तुरंत प्राथमिक उपचार नहीं मिल पाया क्योंकि ऐम्बुलेंस में बतौर डॉक्टर बैठा शख्स असल में एसी सुधारने वाला मिस्त्री था, जो प्राथमिक उपचार के बारे में कुछ नहीं जानता था।
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छात्र को बर्दवान के एक नर्सिंग होम से इलाज के लिए कोलकाता के एक निजी अस्पताल लाया गया था। अर्जित दास के परिवारवालों ने बर्दवान के नाबाभाट स्थित एक नर्सिंग होम से एक डॉक्टर और एक एम्बुलेंस उपलब्ध कराने को कहा था। जब परिवारवाले कोलकाता पहुंचे तो उन्हें जानकारी मिली कि जो शख्स अर्जित के साथ बतौर डॉक्टर पहुंचा था वह असल में एक एसी मकैनिक है। इस पूरे मामले के बाद परिवारवालों ने पुरबा जादवपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर शेख सरफराजुद्दीन (25) नकली डॉक्टर और ऐम्बुलेंस ड्राइवर तारा बाबू शा को गिरफ्तार कर लिया गया है।