नई दिल्ली, = केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि डिजिटल पेमेंट आधारित कैशलेस अर्थव्यवस्था से मुसलमानों सहित सभी गरीब, कमजोर तबकों और पिछड़ों को फायदा होगा।
बुधवार को मुस्लिम समुदाय में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए हुए एक कार्यक्रम में नकवी ने कहा कि मुसलमान सहित सभी तबकों को प्रधानमंत्री के इस अभियान का हिस्सा बनकर इसे मजबूत बनाने में सहयोग देना चाहिए। कार्यक्रम का आयोजन मुस्लिम यूथ फॉर इंडिया ने किया था जिसमें नीति आयोग की टीम ने बाकायदा प्रेजेंटेशन देकर डिजिटल पेमेंट के विभिन्न विकल्पों की जानकारी थी। कार्यक्रम में भाजपा सांसद मनोज तिवारी और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी भी मौजूद थे।
नकवी ने कहा कि कैशलेस का मतलब फक्कड़ होना नहीं है बल्कि कम कैश का इस्तेमाल करना है। उन्होंने कहा कि सौ प्रतिशत कैशलेस व्यवस्था तो अमेरिका और ब्रिटेन में भी नहीं है। नकवी ने बकायदा एक नारा दिया- न नगद न उधार, करें डिजिटल कारोबार। उन्होंने कहा कि देश में आज सौ प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल हो रहा है और हर तबके के लोग इसका बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं।
नकवी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की शुरुआत के समय भी लोगों ने कहा था कि गरीब और अनपढ़ लोग इसका इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। नकवी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की तरह ही धीरे-धीरे सभी डिजिटल पेमेंट करने लगेंगे और आने वाले समय में लोग इसका फायदा भी समझने लगेंगे। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय देशभर में अल्पसंख्यक समुदाय के तीन करोड़ छात्रों को वजीफा बांटता है। पिछले एक साल से इसका पैसा सीधे छात्र के अकाउंट में भेजा जा रहा है। इसका फायदा यह हुआ कि अब कोई बिचौलिया नहीं और लीकेज भी नहीं है। इस तरह 50 प्रतिशत रकम बच गई जिससे अब और ज्यादा छात्रों को भी वजीफा दिया जा सकेगा।
नकवी ने कहा कि इसी तरह हज की अलग साइट शुरू की गई है। अब लोग इंटरनेट के माध्यम से अपना आवेदन भेज सकेंगे और ऑनलाइन उसकी स्थिति भी जान सकेंगे। इसे भी इन्होंने वोट का सौदा नहीं बल्कि तरक्की का मसौदा बताया। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण सवाल-जवाब के रूप में हों तो उसका ज्यादा फायदा होगा। उन्होंने इसे देश का शिक्षित होना भी बताया। तिवारी ने यह भी कहा कि वह खुद भी डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं।