जोरशोर से लोकसभा में उठा लालू प्रसाद की सुरक्षा में कटौती का मामला
नई दिल्ली, 19 दिसम्बर (हि.स.)। संसद के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन लोकसभा में पूर्व रेलमंत्री व राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा कम किए जाने का मामला जोरशोर से उठा। राजद सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने इस मामले को उठाते हुए कहा कि लालू प्रसाद की जान को खतरा है, उनकी हत्या भी हो सकती है। उन्होंने केंद्र सरकार से राजद प्रमुख की एनएसजी सुरक्षा लौटाए जाने की मांग की।
मंगलवार को लोकसभा में शून्य काल की कार्यवाही के दौरान इस मामले को जोर-शोर से उठाते हुए राजद सांसद ने कहा कि राजद प्रमुख गरीब, शोषित वर्ग की लड़ाई लड़ते रहे हैं ऐसे में उनके जीवन को खतरा है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से आग्रह किया कि इस बारे में सदन में चर्चा होनी चाहिए और लालू प्रसाद की सुरक्षा उन्हें वापस लौटाई जानी चाहिए।
यादव ने इससे पूर्व लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस देकर इस विषय पर चर्चा कराए जाने की मांग की थी, किंतु लोकसभा अध्यक्ष की ओर से इसकी मंजूरी नहीं मिलने पर उन्होंने शून्यकाल के दौरान इस मामले को उठाया।
लोकसभा में नियम-377 के तहत शून्यकाल की कार्यवाही होती है। इस दौरान सदस्य लोकमहत्व से जुड़े मसलों को उठाकर सदन का ध्यान आकृष्ट करने का काम करते हैं। राजद सांसद ने पूर्व रेलमंत्री की सुरक्षा को लोकमहत्व का बताते हुए उक्त मामले को सदन में उठाया। उल्लेखनीय है कि सरकार ने देश के कई वीवीआईपी नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था कम की है। इसमें राजद प्रमुख का भी नाम है। उनकी ‘जेड प्लस’ सुरक्षा को कम कर ‘जेड’ श्रेणी में तब्दील कर दिया गया है।