बैकुण्ठपुर 31 दिसम्बर= कलेक्टर एस प्रकाश ने जिला कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष से विडियो कांफ्रेसिंग के जरिए नगदी रहित लेन-देन (कैशलेस ट्रांजेक्शन) के संबंध में सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और नगरीय निकायों के सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारियों से बातचीत की। उन्होनें जनपद पंचायत और नगरीय निकायों में कैशलेस ट्रांजेक्शन के संबंध की गई तैयारियों की प्रगति की जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर प्रकाश ने विंफ्रेसिंग के जरिये जिले में पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल मशीन) मशीन की उपलब्धता, प्रशिक्षण, सामान्य सेवा केन्द्रो में वीएलई की उपस्थिति आदि की समीक्षा की।
कलेक्टर प्रकाश ने विडियो कांफ्रेसिंग में कहा कि कैशलेस करने के लिए सिर्फ स्वीप मशीन ही जरूरी नही है। ई-ट्रांजेक्शन के लिए अनेक तकनीकी आ गये है। यूएसएसडी से बिना स्मार्टफोन से लेनदेन, आधार आधारित भुगतान, सामान्य सेवा केंद्रों में अपना धन के माध्यम से लेनदेन, यूपीआई सिस्टम से लेनदेन, प्रीपेड वालेंट से लेन-देन की भी माध्यम है। उन्होनें इसका भी अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने नगरीय निकायों में कैशलेस ट्रांजेक्शन के संबंध में व्यापारिक प्रष्ठिानों में उपलब्ध सुविधाओं की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होनें नगरीय निकायों को आगामी 15 जनवरी तक सभी नगरीय निकायों को कैशलेस (नगदी रहित लेनदेन) करने के निर्देश दिये।
इसी तरह उन्होनें विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ के नागपुर और केल्हारी, विकासखण्ड मुख्यालय सोनहत और ग्राम कटगोड़ी, विकासखण्ड मुख्यालय भरतपुर तथा विकासखण्ड मुख्यालय खड़गांव को भी यथाशीध्र नगदी रहित लेनदेन (कैशलेस) बनाने के निर्देश दिये। इस अवसर पर उन्होनें इन सभी स्थानों पर प्रतिदिन होने वाले ट्रांजेक्शन के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। विडियों कांफ्रेसिंग में प्रकाश ने प्रत्येक ग्राम में बैंक खाता धारकों और आधार सीडिंग की भी जानकारी प्राप्त की।
विडियों कांफ्रेसिंग में ऑटो-रिक्शा, बस और अन्य स्थानों पंम्पलेट, पोस्टर आदि के माध्यम से कैशलेस ट्रांजेक्शन के संबंध में प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिये। इसी तरह उन्होनें कैशलेस ट्रांजेक्शन के संबंध में प्रशिक्षित डिजिटल आर्मी के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। विडियो काफ्रेंसिग में ई-गवर्नेन्स सोसायटी के राकेश कुमार ने बताया कि कैशलेस ट्रांजेक्शन के संबंध में सभी विकासखण्ड में 24 हजार से अधिक नागरिकों और व्यासायिक प्रतिष्ठानों के व्यवसायियों को प्रशिक्षित किया गया है। इनमें विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के 7 हजार 847, भरतपुर के 3 हजार 718, खड़गांव के 4 हजार 976, मनेन्द्रगढ़ के 2 हजार 803 और सोनहत के 4 हजार 715 शामिल है।