जाधव पर विवादित बयान देकर विवाद में पड़े नरेश अग्रवाल
नई दिल्ली, 27 दिसंबर : समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने बुधवार को पाकिस्तान की जेल में कैद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के बारे में दिए गए एक बयान से विवाद पैदा हो गया । भारतीय जनता पार्टी ने उनसे अपना कथन वापस लेने की मांग की है। विवाद को गहराता देख श्री अग्रवाल ने कहा कि उनके कथन का गलत अर्थ निकाला गया है। उनका इरादा जाधव के साथ हुए दुर्व्यवहार को सही ठहराना नहीं था।
इस मामले में उन्होंने राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को खत लिखकर अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए पाकिस्तान की कैद में भारतीयों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर सरकार की ओर से कोई ठोस कदम न उठाए जाने की बात कही।
सपा नेता नरेश अग्रवाल ने संसद के बाहर बयान दिया था, ‘‘किस देश की क्या नीति है वो देश जानता है। अगर उन्होंने कुलभूषण जाधव को अपने देश में आतंकवादी माना है तो वो उस हिसाब से ही व्यवहार करेंगे। हमारे देश में भी आतंकवादियों से ऐसे ही व्यवहार करना चाहिए। कड़ा व्यवहार करना चाहिए। मैं नहीं जानता कि सिर्फ़ कुलभूषण जाधव की ही बात क्यों की जा रही है, पाकिस्तान की जेलों में सैकड़ों भारतीय बंद है, सबकी बात क्यों नहीं की जाती है?’’
इस बयान पर विवाद होने के बाद केन्द्रीय मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि विपक्ष में होने के नाते श्री अग्रवाल सरकार के खिलाफ विरोध जता सकते हैं लेकिन उनका बयान देश के खिलाफ जाने जैसा है। भाजपा नेता जीवीएल नरसिम्हन राव ने उनकी तुलना कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर से की। उन्होंने पूछा कि क्या वह भारत के खिलाफ मोर्चा खोलने वालों के प्रमुख बनना चाहते हैं। वहीं भाजपा के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि संसदीय कार्यमंत्री को उनके खिलाफ प्रस्ताव लाना चाहिए। अगर वह इसके बाद भी माफी नहीं मांगते तो उनकी सदस्यता रद्द करनी चाहिए।
इस बीच श्री अग्रवाल ने सभापति को पत्र लिखकर कहा है कि कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान प्रताड़ित कर रहा है। जाधव की मां और पत्नी के साथ पाकिस्तान ने जो रवैया अपनाया उसकी जितनी कड़ी निंदा की जाए कम है।(हि.स.)।
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