Haryana .फतेहाबाद, 18 फरवरी= भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष एवं टोहाना के विधायक सुभाष बराला ने कहा है कि हरियाणा सरकार ने आरक्षण को लेकर आंदोलन कर रहे समाज के लोगों द्वारा रखी गई विभिन्न मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक अध्ययन किया है। पिछले दिनों हरियाणा सरकार द्वारा गठित की गई वरिष्ठ अधिकारियों की कमेटी और आंदोलनकारियों के प्रतिनिधियों के बीच हुई बातचीत में भी कई मांगों पर विस्तार से चर्चा हुई थी। इनमें से कई मांगों पर आगामी कार्रवाई आरंभ कर दी गई है।
बराला शनिवार को फतेहाबाद में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बराला ने कहा कि अभी तक सरकार के साथ बातचीत में दो मांगे प्रमुखता से रखी गई है। इनमें से एक मांग मृतकों के आश्रितों को नौकरी देने तथा दूसरी मांग पिछले आरक्षण आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए मुकद्मों को वापिस लेनी की है। उन्होंने कहा कि पिछले आरक्षण आंदोलन के दौरान घायल हुए लोगों की भी जल्द ही आर्थिक मदद दी जाएगी। इसके अतिरिक्त मृतक लोगों के आश्रितों को नौकरी देने की प्रक्रिया भी तेजी से पूरी की जा रही है और काफी लोगों को नौकरियां भी दी गई है। आंदोलनकारियों के प्रतिनिधियों द्वारा रखी गई अन्य मांगों पर सरकार द्वारा गठित कमेटी के अधिकारी जल्द ही अगले दौर की वार्ता करेंगे। भाजपा विधायक ने कहा कि अन्य कई मांगों पर भी मंथन चल रहा है। सरकार संविधान के अनुरूप व कानून के दायरे में रहकर हर जायज मांग का समाधान करेंगी।
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बराला ने कहा कि सरकार के साथ हुई बातचीत में आरक्षण आंदोलन कर रहे लोगों के प्रतिनिधियों ने इस बात पर वर्तमान सरकार की प्रशंसा की है कि सरकार ने आरक्षण संबंधी बिल को विधानसभा में पारित करवाया, जबकि पूर्व सरकारों ने जाटों को केवल गुमराह किया और इस मुद्दे को लटकाने के लिए विधानसभा में आरक्षण संबंधी कोई बिल पारित नहीं होने दिया। आरक्षण मुद्दे पर सरकार के सभी मंत्रियों के एकजुट न होने संबंधी विपक्ष के ब्यानों पर उन्होंने कहा कि यदि सरकार के मंत्री एकजुट न होते तो विधानसभा में आरक्षण का बिल पारित ही नहीं होता। बराला ने कहा कि प्रदेश में शांति एवं कानून व्यवस्था कायम रखना प्रदेश सरकार की सामाजिक व राजनीतिक जिम्मेवारी है और किसी भी सूरत में शांति एवं कानून व्यवस्था को भंग नहीं होने दिया जाएगा। इस संबंध में सरकार पूरी तरह से तैयार है और केंद्र सरकार से भी प्रदेश को पूरा सहयोग मिल रहा है।
उन्होंने आरक्षण को लेकर ब्यानबाजी कर रहे विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऐसे नेताओं का पर्दाफाश हो चुका है और जनता उन्हें उनके किए की सजा दे चुकी है। बराला ने विपक्षी दलों से सीधा सवाल करते हुए कहा कि जब विपक्षी दलों के मुख्यमंत्री सत्ता में थे, तब इन्होंने आरक्षण को लेकर कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी ही है, जिसकी सरकार के समय ही कई राज्यों में जाटों को आरक्षण दिया गया था। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान हरियाणा सरकार सबका साथ-सबका विकास तथा हरियाणा एक-हरियाणवी एक के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रही है और क्षेत्रवाद व परिवारवाद की राजनीति को खत्म कर रही है। यही बात हरियाणा के विपक्षी दलों को हजम नहीं हो रही और वे लोगों को गुमराह कर रहे हैं। अपनी इन्हीं महत्वाकांक्षाओं के चलते इन विपक्षी दलों के कारण से पिछले वर्ष 31 अनमोल जाने चली गई थी। उन्होंने कहा कि वे आज स्वयं ढाणी चौपाल चौक पर चल रहे धरने पर लोगों से मिलने गए थे और वहां आंदोलन कर रहे लोगों को उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा उठाए गए कदम से अवगत करवाया है। साथ ही उन्हें यह भी बताया गया है कि बातचीत के लिए सरकार के दरवाजे उनके लिए हमेशा खुले हैं।