जयराम बने हिमाचल के सीएम, 11 मंत्रियों संग ली शपथ
शिमला, 27 दिसम्बर (हि.स.)। जयराम ठाकुर ने बुधवार को हिमाचल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 11 कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली। सूबे के राज्यपाल आचार्य देवब्रत ने जयराम व उनके पूरे मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई। जयराम के मंत्रिमंडल में अनुभवी और युवा चेहरों को जगह देने की कोशिश की गई है।
मंत्रियों में सबसे पहले मुख्यमंत्री के गृह जिले मंडी के महेंद्र सिंह ने शपथ ली। महेंद्र सिंह मंडी के धर्मपुर से लगातार सातवीं बार विधायक बने हैं। वह पूर्व धूमल सरकार में भी मंत्री रहे हैं। इसके बाद सबसे बड़े जिले कांगड़ा से किशन कपूर ने शपथ ली। किशन कपूर भी पूर्व धूमल सरकार में मंत्री थे। वह धर्मशाला से विधायक हैं और पूर्व सीएम शांता कुमार के करीबी माने जाते हैं। शिमला के विधायक सुरेश भारद्वाज पहली बार मंत्री बने हैं। वह राज्यसभा सदस्य और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रह चुके हैं।
अनिल शर्मा को भी जयराम कैबिनेट में शामिल किया गया है। वह भी मंडी जिले से हैं। विधानसभा चुनाव से पहले अनिल शर्मा कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। पूर्व कांग्रेस सरकार में भी अनिल शर्मा मंत्री थे। वह पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के पुत्र हैं। महिलाओं में कांगड़ा जिले से सरवीण चौधरी मंत्री बनी हैं। वह पहले भी मंत्री रह चुकी हैं। जनजातीय जिले लाहौल स्पीति से विधायक रामलाल मार्कण्डेय ने मंत्री पद की शपथ ली। वह पहली बार मंत्री बने हैं। इसके बाद कांगड़ा जिले से ही ताल्लुक रखने वाले विधायक विपिन परमार ने मंत्री पद की शपथ ली। परमार की गिनती पूर्व सीएम शांता कुमार के करीबियों में होती है।
ऊना जिले के कुटलैहड़ से चौथी बार विधायक बने वीरेंद्र कंवर ने भी पहली बार मंत्री पद की शपथ ली। कंवर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के करीबी माने जाते हैं। कांगड़ा जिले के जसवां हल्के के विधायक विक्रम सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली। कुल्लू जिले के मनाली के विधायक गोविंद सिंह ठाकुर और सोलन जिले के कसौली के विधायक राजीव सहजल को भी मंत्री पद से नवाजा गया है।
सुरेश भारद्वाज और गोविंद सिंह ठाकुर ने संस्कृत में शपथ ली। अन्य मंत्रियों ने हिंदी में शपथ ली। कांगड़ा जिले से सर्वाधिक 4 मंत्री बने हैं। कुल 11 मंत्रियों में छह ऐसे हैं, जो पहली बार मंत्री बने हैं।