चारबाग स्टेशन पर नकली नोट चलाने वाला गिरोह सक्रिय
लखनऊ, 03 अक्टूबर(हि.स.)। राजधानी लखनऊ में भीड़भाड़ वाले चारबाग स्टेशन पर नकली नोट चलाने वाला एक गिरोह सक्रिय हो गया है। स्टेशन के बाहर आसपास गिरोह ने एक माह के भीतर आधा दर्जन लोगों को अपना शिकार बनाया है।
जानकारी के अनुसार लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन के बाहर व्यापार करने वाले छोटे बड़े दुकानदारों को आजकल एक गिरोह चकमा दे कर नकली नोट चला रहा है। दुकानदार के सावधानी से काम न लेने पर गिरोह के सदस्य पांच सौ या दो हजार के नकली नोट से खरीदारी कर शेष रूपया लेकर रफ्फूचक्कर हो जा रहे है। दुकानदारों को नकली नोट देने वाले एक गिरोह में कम उम्र के लड़के और लड़कियां शामिल है।
चारबाग स्टेशन के बाहर पान मसाला बेचने वाले भानुशंकर गुप्ता और उनके सहायक छोटू ने बताया कि एक युवक उनके दुकान पर आया और दो हजार का नोट दे कर दस पाउच मसाला की मांग की। जब उन्होंने बड़ा नोट देखा तो फुटकर देने की बात कहकर उसे टाला। फिर उसने रजनीगंधा की 10 पैकेट और मांग ली। इस पर हमनें उसे सामान दिया और शेष रूपये वापस किये। इसके बाद वह चला गया। एक दिन के बाद जब हमनें उसका दिया दो हजार का नोट चलाने की कोशिश की तो उसके नकली नोट के होने की जानकारी हुई।
होटल संचालक मनोज ने बताया कि एक सप्ताह में दो बार हुआ कि उनके हाथ में नकली नोट आया। जब उन्होंने देने वाले व्यक्ति को वापस कर दिया। नोट पहले दे कर भोजन पैक कराने वाले युवक पर शक होने पर उन्होंने नोट को ध्यान से देखा तो उसमें नम्बर उभरे हुए नही थे। जब उससे नोट के सम्बन्ध में पूछा तो उसने एटीएम से निकाल के ले आने की बात कहीं।
चारबाग रेलवे स्टेशन के बाहर चारों ओर फैला हुआ व्यापारिक इलाका हुसैनगंज थाना, आलमबाग थाना और नाका थाना के सीमा क्षेत्र में आता है। वहीं रेलवे स्टेशन के बाहर ही लोको चौकी स्थित है, जहां सुबह से रात्रि तक सक्रियता बनी रहती है।
बता दें कि नकली नोट संचालित करने वाले गिरोह के गतिविधि का केन्द्र पहले भी चारबाग रेलवे स्टेशन रहा है। बिहार के सक्रिय गिरोह के एक व्यक्ति को सात लाख रूपये के नकली नोट के साथ 2016 में पकड़ा गया था। वहीं लखनऊ के विकास नगर इलाके में पांच सौ और दो हजार के नकली नोट की स्कैनिंग करते हुए खालिद, विनीता और रितू नामक तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया गया था।