नई दिल्ली, = गांवों के विद्युतीकरण के बाद हर घर बिजली पहुँचाने के सपने को साकार करने के लिए ऊर्जा मंत्रालय ने मंगलवार को गर्व 2 मोबाइल एप्प लांच की।
इससे पहले 2015 में देश के हर गांव को बिजली से जोड़ने के लिए गर्व एप्प लांच की गई थी। इस तरह की डिजिटल पहल से सरकार रियल टाइम में विद्युतीकरण की प्रक्रिया पर पारदर्शी तरीके से नज़र रख सकती है।
केद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देश के हर घर में बिजली पहुंचे और हर बच्चा रोशनी के अभाव में पढ़ने से न चूक जाये, इसकी हम सबकी जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता बेहद महत्वपूर्ण है ताकि सही जानकारी जनता तक पहुंचे और जिमेदारी तय हो। जिन जिन घरों में बिजली नहीं है उनका सरकार पर ऋण है।
प्रधानमंत्री के देश के नाम सन्देश में उस गांव का नाम लिए जाने, जहां कुछ लोगों को बिजली नहीं मिली है, पर खेद जताते हुए उन्होंने कहा कि पारदर्शिता का यही लाभ होता है कि जिमेदारी तय होती है जिससे हमने सबक लिया। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अख़बार की खबर से उन्हें ऐसे गांव का पता चला जहां कोई रहता नहीं है तो उन्होंने सर्वे कराया और पता चला कि ऐसे 698 गांव है। तब उन्होंने इनको विद्युतीकरण किये जाने के मैप से हटाया।
कैशलेस इंडिया के सपने पर उन्होंने कहा कि सरकार नकदी कम नहीं कर रही बल्कि जहां तक हो सके ईमानदारी और पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए डिजिटल माध्यमों का प्रयोग बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
ऊर्जा मंत्रालय में साचिव पीके पुजारी ने कहा की प्रधानमंत्री की ओर से दिए गए लक्ष्य को हमने आधा से ज्यादा पूरा कर लिया है। 18 हज़ार में से बाकी बचे 8 हज़ार ग्रामों में काम करना मुश्किल है लेकिन हमारा वादा है कि कई जगह सड़क से पहले वहाँ बिजली पहुँच जायेगी। हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि वह हमें सुझाव देते रहें ताकि हम अपने कार्य को बेहतर कर सकें। उन्होंने अपने काम को पुष्ट करने के लिए राज्यों से भी जानकारी मांगी।
ग्रामीण विद्युतीकरण का कार्य संभल रहे दिनेश अरोड़ा ने इस दौरान गर्व एप्प से जुड़ी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर देश भर से आये ग्रामीण क्षेत्रों के विद्युत अभियन्ता भी मौजूद थे।