अटल जी ने स्थापित किए विकास के नए आयाम: सांसद ज्ञान सिंह
उमरिया, = भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित सुशासन दिवस के अवसर पर शहडोल संसदीय क्षेत्र के नवनिर्वाचित सांसद ज्ञान सिंह ने कहा कि प्रदेश शासन द्वारा सुशासन दिवस मनाने का सिलसिला प्रारंभ किया गया है, जो इस महापुरूष के सम्मान के लिए अनुकरणीय रहेगा।
सासंद ज्ञान सिंह ने कहा कि वर्ष 1996-97-98 में उनके सानिध्य में संसद भवन में कार्य करने का सुअवसर प्राप्त हुआ था। उनका आदर्श और जीवन कथा सुनकर स्वयं को गौरान्वित महसूस करता हूं। उन्होंने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी संसद भवन में भाषण देते थे, तो पूरा संसद भवन में सन्नाटा छा जाता था, उनका एक एक वाक्य देश को शिखर पर पहुचाने को समेटे हुए रहता था।
अटल जी तीन बार प्रधानमंत्री चुने गये, जिसमें पहली बार 13 दिन की सरकार में एक मत से सरकार गिर गई। उस दौरान जब वे देश की जनता को संबोधित कर रहे थे तो पूरा देश हतप्रभ रह गया और सभी की दिली इच्छा थी कि काश अटल जी ही देश के प्रधानमंत्री बने रहे। उन्होंने अपने नैतिक मूल्यों को गिराकर एक पल प्रधानमंत्री जैसी सर्वोच्च कुर्सी पर बैठना नही चाहते थे, इसलिए उन्होंने सरकार बचाने के लिए किसी प्रकार के गठबंधन की कोशिश नहीं की और महामहिम राष्ट्रपति को त्याग पत्र सौंप दिया।
सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश हित में प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना, चतुर्भुज योजना, नदियों को जोडऩे की योजना तैयार की थी जो अमल में लाई गई है और उससे आम नागरिकों को सीधा लाभ मिलने लगा है। उस दौरान कतिपय सांसदों ने सुझाया था कि इंदिरा आवास योजना की भांति प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना का नाम अटल प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना रखा जाए लेकिन उन्होंने कहा कि नाम से नही काम से लोग जाने ऐसी योजना चलाई जाए।
ज्ञान सिंह ने कमल छाप झोला का राज बताते हुए कहा कि भाजपा के बाम्बे अधिवेशन में जब समाजवादी से भाजपा की सदस्यता ली थी उस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी ने 11 लोगों को कमल छाप झोला दिया था। यह झोला मात्र चुनाव के दौरान लेकर निकलता हूं और वह विजयश्री दिलाता गया है।
सांसद ज्ञान सिंह ने इस दौरान अधिकारियों-कर्मचारियों को सुशासन दिवस पर प्रदेश में सुशासन के उच्चतम मापदण्डों को स्थापित करने, शासन को अधिक पारदर्षी, सहभागी, जन कल्याण पर केन्द्रित तथा जवाबदेह बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने और नागरिकों के जीवन स्तर पर सुधार लाने के लक्ष्य को पाने के लिए सदैव तत्पर रहने की शपथ दिलाई।
प्रभारी कलेक्टर एच एस मीणा ने सुशासन दिवस पर कहा कि प्रदेश के समस्त कार्यालयों में सुशासन की शपथ दिलाकर अटल जी का सम्मान किया गया है। उन्होंने कहा कि पारदर्षी प्रशासन देने के लिए लोक सेवा गारण्टी अधिनियम, सूचना का अधिकार, समाधान आनलाइन, जनसुनवाई, सीएम हेल्पलाइन आदि अन्य योजनाओं के माध्यम से सुशासन के क्षेत्र में प्रदेश आगे बढ़ा है, जिसकी प्रशंसा पूरे देश में हो रही है।