कुशीनगर की बिजली से देवरिया हो रहा रोशन
कुशीनगर, 18 अगस्त : कुशीनगर के बिजली उपभोक्ता बिजली कटौती, लो वोल्टेज, अनियमित आपूर्ति की समस्या से जूझ रहे हैं। दूसरी ओर यहां की बिजली से देवरिया के गांव रोशन हो रहे हैं। उपभोक्ताओं पर पड़ रही इस दोहरी मार पर विभाग खामोश है। विभाग का कोई अधिकारी इस पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हो रहा।
बिजली विभाग सालों से जिले के उपभोक्ताओं के हितों पर डाका डाल रहा है। जनप्रतिनिधि भी इस पर खामोश हैं। कसया स्थित 132 केवीए बिजली घर के साखोपार फीडर से देवरिया के तरकुलवा, बघौचघाट व पकहा क्षेत्र के गांवों को बिजली आपूर्ति दी जा रही है। साखोपार क्षेत्र के गांवों को पड़रौना उपकेंद्र से बिजली मिल रही है।
कसया स्टेशन के ही सिरसिया फीडर से रामपुर कारखाना, देसही देवरिया, भगवानपुर, खैरावन व मथौली को बिजली आपूर्ति की जा रही है। दोनों जिलों को बराबर बिजली मिल रही है। गोरखपुर के मोतीराम अड्डा बिजली घर से देवरिया व कुशीनगर को 132 केवीए की बिजली आपूर्ति होती है, पर कुशीनगर की बिजली का आधा हिस्सा देवरिया में खर्च हो रहा है। यही कारण है कि कुशीनगर में बिजली का अभाव बराबर बना हुआ है। उपभोक्ता बिना बिजली के ही बिल भरने को मजबूर है।
जिले में बीते पांच माह से बिजली की समस्या से लोग सांसत झेलने को मजबूर है। लो वोल्टेज, कटौती की समस्या सुधरने का नाम नहीं ले रही। समस्या के चलते सरकार की भद्द पिट रही सो अलग। बिजली विभाग के सूत्रों से बातचीत में अनियमितता उजागर हुई।
क्या कहता है विभाग
एसडीओ अवनीश श्रीवास्तव से बातचीत की गई तो उन्होंने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि काफी पूर्व से उच्च स्तर से यह व्यवस्था चली आ रही है। इसमे कुछ भी परिवर्तन उच्च स्तर से ही हो सकता है। विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने बताया कि अब मामले की जानकारी हुई है। वह मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री व प्रभारी मंत्री के समक्ष प्रकरण रखकर समस्या का निदान कराएंगे।