कुम्भ का ‘लोगो’ बुधवार को होगा लॉन्च
लखनऊ, 11 दिसम्बर (हि.स.)। प्रदेश में संगमनगरी इलाहाबाद में 2019 में लगने वाले कुम्भ का लोगो अब बुधवार को लान्च होगा। इससे पहले इसके मंगलवार को लॉन्च करने की बात कही जा रही थी, लेकिन अब बुधवार सुबह नौ बजे कैबिनेट की बैठक बुलायी गयी है, जिसमें इस लोगों को अनुमोदन मिलेगा। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साढ़े ग्यारह बजे राजभवन जाकर राज्यपाल राम नाईक के साथ कुम्भ का लोगो लॉन्च करेंगे।
प्रमुख सूचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि इस मौके पर नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना और पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी सहित अन्य मंत्रीगण भी उपस्थित रहेंगे। खास बात है कि लान्च होने के साथ ही कुम्भ के आयोजन तक शासन के सभी लैटरपैड में यह लोगो नजर आयेगा।
योगी आदित्यनाथ सरकार कुम्भ मेला-2019 को बेहद यादगार बनाने के प्रयास में जुट गई है। इलाहाबाद के संगम के तट पर 2019 में कुम्भ का लोगो बेहद खास होगा। इस लोगो को बनाने की जिम्मेदारी अन्तरराष्ट्रीय विज्ञापन कम्पनी मैकऐन इरिक्सन को दी गई थी, जिसके कार्यकारी अध्यक्ष प्रसून जोशी हैं।
प्रसून जोशी फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष होने के साथ-साथ प्रख्यात हिन्दी कवि, लेखक, पटकथा लेखक और भारतीय सिनेमा के गीतकार हैं। बताया जा रहा है कि कुम्भ का लोगो इस तरह डिजायन किया गया है, कि इसमें हिन्दुत्व का प्रतीक नजर आने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की छाप भी दिखती है।
प्रदेश सरकार ने इस बार कुम्भ पर लगभग 1200 करोड़ रुपया खर्च करने का बजट बनाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए सभी तैयारियां पहले से ही पूरी कराने के निर्देश दिये हैं, जिससे उन्हें किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। सड़क बनाने से लेकर पुल बनाने के काम में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने को कहा गया है।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद में हर छह वर्ष पर लगने वाले अर्द्ध कुम्भ को कुम्भ और 12 वर्ष पर लगने वाले कुम्भ को महाकुम्भ का नाम दिया है। इलाहाबाद में गंगा, यमुना और अन्तःसलीला सरस्वती नदियों के संगम पर माघ और फाल्गुन (जनवरी एवं फरवरी) माह में आयोजित किये जाने वाले मेलों और क्रमशः प्रत्येक छः वर्ष और बारह वर्ष के अन्तरालों पर कुम्भ तथा महाकुम्भ के प्रबंधन के लिये प्रयागराज मेला प्राधिकरण, इलाहाबाद नामक प्राधिकरण की स्थापना राज्य सरकार द्वारा की गयी है। प्राधिकरण का मुख्यालय इलाहाबाद में होगा। सरकार कुम्भ को पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण बनाने जा रही है।
2019 के कुम्भ में प्रयागराज में 12 से 13 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इसी हिसाब से प्राधिकरण को तैयारियों के लिए जवाबदेह बनाया जा रहा है। तैयारी ऐसी की जा रही है कि महाकुम्भ के लिए भी वह उपयोगी बनी रहे। प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष का दायित्व इलाहाबाद के मण्डलायुक्त को होगा जबकि उपाध्यक्ष का जिम्मा पुलिस महानिरीक्षक को सौंपा गया है।
इसके साथ ही कुम्भ मेले को यूनेस्को की ‘इनटैन्जिबिल कल्चरल हेरिटेज लिस्ट’ में भी शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी है। इसके अलावा उन्होंने सांस्कृतिक धरोहर की सूची में ‘कुम्भ मेले’ को शामिल करने के लिए यूनेस्को को भी धन्यवाद दिया है।