किसान, गरीब, महिला व युवकों को बजट में प्राधान्य : मुनगंटीवार
मुंबई, 01 फरवरी = केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में बुधवार को पेश किए गए बजट में किसानों, गरीबों, महिलाओं व युवकों को प्राधान्य दिया है। बजट में इन वर्गों के साथ हर वर्ग के कल्याण की भूमिका समाविष्ठ की गई है। यह प्रतिक्रिया महाराष्ट्र के वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने केंद्रीय वित्तमंत्री के बजट भाषण के बाद दी।
मुनगंटीवार ने कहा कि केंद्रीय बजट में किसानों के क्रेडिट कार्ड के लिए 10 लाख करोड़ रुपए रखे जाने, दूध क्रांति, किसानों की आय बढ़ाए जाने, मनरेगा का बजट 48 हजार करोड़ किए जाने, युवकों को सक्षम व स्वावलंबी बनाने के लिए कौशल्य विकास केंद्र शुरू किए जाने, महिला शक्ति केंद्र, हेल्थ वेलनेस सेंटर और डीजी गांव जैसी कई विकास योजनाएं शुरू की गई है, जो देश को विकास के मार्ग पर ले जाने में सहायक होंगी। केंद्रीय वित्तमंत्री ने अपने बजट में आयकर में सरलता लाने का प्रयास किया है।
इतना ही नहीं, राजनीतिक क्षेत्र में पारदर्शिता लाने के लिए बदलाव का सुझाव बजट में दिया है। उत्पादन क्षेत्र में देश नौवें स्थान से छठवें स्थान पर पहुंच चुका है। राजकोषीय घाटा भी कम हुआ है। केंद्र सरकार का नियोजन सही तरीके से हो रहा है जिससे बहुत जल्द डॉ. बाबा साहेब अंबेदकर का विषमता समाप्त करने का सपना साकार होने वाला है।