कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजाराम पाल , जमानत भी नहीं बचा सके
Uttar Pradesh.कानपुर, 11 मार्च (हि.स.)। कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष व दिग्गज ओबीसी नेता राजाराम पाल महाराजपुर विधानसभा सीट से चुनाव हार गए। महाराजपुर विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव मैदान में उतरे पाल को यहां से तीसरे नंबर पर रहे, जबकि भाजपा के सतीश महाना पहले व सपा की अरूणा तोमर दूसरे स्थान पर रहीं।
आर्यनगर सीट से भाजपा के तीन बार के विधायक सलिल विश्नोई सपा के अमिताभ बाजपेयी ने पटखनी देकर उनके अजेय क्रम पर ब्रेक लगा दिया। कैंट से भी भाजपा को निराशा हाथ गली, यहां कांग्रेस सुहैल अंसारी ने वर्तमान विधायक रघुनन्दन सिंह भदौरिया को हार का मुंह दिखाया। राजराम पाल ने दो टूक शब्द में कहा कि कांग्रेस ने सपा के गठबंधन के चलते पार्टी को हार मिली है।
कानपुर नगर की 10 सीटों में से भाजपा के खाते में सात सीटें गई, वहीं सपा के दो और कांग्रेस को एक सीट मिली है। कल्याणपुर, किदवईनगर, गोविन्दनगर, बिल्हौर, बिठूर, घाटमपुर सीट पर कमल खिला। जबकि आर्यनगर से सपा के अमिताभ बाजपेयी, सीसामऊ से सपा के इरफान सोलंकी और कैंट से सोहेल अंसारी चुनाव जीत गए।
महज 10 हजार वोट पाए पाल
महारापुर सीट से भाजपा के कद्दावर नेता सतीश महाना के सामने सपा की अरूणा तोमर, बसपा के मनोज शुक्ला और कांग्रेस से राजाराम पाल मैदान पर थे। मतगणना के बाद सतीश महाना को 84,948 तो बसपा के मनोज शुक्ला 17,668, सपा की अरूणा तोमर 15,841 और कांग्रेस के राजराम पाल को महज 10,418 मत मिले। पाल ने हार के बाद खास बातचीत के दौरान कहा कि जनता के जनादेश का हम स्वागत करते हैं। पार्टी ने वोर्ट्स के मन और मत को भांप नहीं पाई। हार का कारण मुख्य तौर हम गठबंधन को मान रहे हैं।
इस सीट पर जमकर हुई थी रार
गठबंधन के बाद महाराजपुर सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। इसी के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी राजाराम पाल को मैदान पर उतारा गया। लेकिन सपा ने इस सीट से लाल सिंह तोमर की पत्नी अरूणा तोमर को टिकट देकर गठबंधन में फूट के बीज बो दिए। अरूणा के पक्ष में सीएम अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव खुद प्रचार के लिए आईं। लेकिन गठबंधन के दोनों कैंडीडेट्स को हार उठानी पड़ी, जबकि बसपा ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी।
भेदभाव नहीं, अब सबका होगा विकास
जीत की घोषणा होने के बाद महाराजपुर सीट से भाजपा के प्रत्याशी व विधायक सतीश महाना ने कहा, अब किसी भी व्यक्ति के साथ भेदभाव किए विकास किया जाएगा। थानों में बैठे सपा के गुंडों पर लगाम लगाई जाएगी। कहा कि विकास ही उनकी प्राथमिकता रही है और अब एक बार फिर से विधायक बनने के बाद विकास में उनकी प्राथमिकता में रहेगा।