कांग्रेस पर उम्मीदवारों की सूची जल्द जारी करने का बढ़ा दबाव
अहमदाबाद, 18 नवम्बर (हि.स.) । भाजपा के उम्मीदवारों की सूची आने के बाद से कांग्रेस अब अपनी रणनीति पर नए सिरे से विचार करने को विवश हो गई है। भाजपा उम्मीदवारों की सूची में पटेल विधायकों पर भरोसा जताने और ओबीसी बिरादरी के उम्मीदवारों पर दांव लगाने के बाद से कांग्रेस असहज हो गई है। यही कारण है कि बीते शुक्रवार को कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक के बावजूद, उम्मीदवारों की घोषणा नहीं हो पाई। जिसके कारण अहमदाबाद स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर उम्मीदवारों और समर्थकों का जमावड़ा है।
वहीं, कांग्रेस के साथ तालमेल कर चुनाव मैदान में उतरने वाली एनसीपी ने भी कांग्रेस पर दबाब बढ़ा दिया है। गुजरात में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख छोटू भाई वसावा ने 20 सीटों से कम पर समझौता न होने की बात कांग्रेस नेतृत्व तक पहुंचा दी है। पहले एनसीपी 12 सीटों की मांग कर रही थी। वसावा ने कांग्रेस से दक्षिण गुजरात की दर्जन भर सीटों पर दावा ठोंका था, किंतु कांग्रेस 02 से 03 सीटों से ज्यादा देने पर राजी नहीं है।
वहीं, आरक्षण के मसले पर बातचीत के लिए दिल्ली में डेरा डाले पाटीदार नेताओं को अब तक चर्चा के लिए वक्त न देकर कांग्रेस ने उनसे भी नाराजगी मोल ली है। पाटीदार नेताओं ने 24 घंटे में आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस को स्थिति साफ करने का अल्टीमेटम दे दिया है। इसके अलावा, जिग्नेश मेवानी और अल्पेश ठाकोर भी अपने प्रभाव वाली सीटों पर समर्थकों को टिकट देने का दबाव बनाए हैं। ऐसे में कांग्रेस पर दबाव बढ़ गया है।
हालांकि, गुजरा कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष भाई दोशी का कहना है कि टिकटों को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं है। जल्द ही उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जाएगी। वहीं,अहमदाबाद शहर से कांग्रेस से टिकट के दावेदार परवेज मोमिन का कहना है कि जल्दी टिकट मिल जाते तो प्रत्याशी पार्टी कार्यालय का चक्कर लगाना छोड़कर प्रचार में जुटते।