Business.नई दिल्ली, 21 मार्च = केंद्र की ओर से दालों का बफर स्टॉक बनाने के लिए दालों का आयात करने के बीच कांग्रेस ने लोकसभा में दाल आयात करने की बजाए इसे देश के किसानों से ही खरीद ने और अतिरिक्त बोनस देने की मांग की है।
दरअसल दालों का बफर स्टॉक बनाने के लिए 15 लाख टन से अधिक दालों की खरीद की है। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं जनवितरण मंत्रालय के आंकडों के अनुसार 14 मार्च 2017 तक 15 लाख टन दालों की खरीद की जा चुकी है। इसका इस्तेमाल दालों का बफर स्टॉक बनाने के लिए किया जाएगा। आंकडों के अनुसार सरकार ने 15.33 लाख टन दालों का भंडार तैयार कर लिया है और इसमें 4.01 लाख टन दाल आयात की गयी है।
केंद्र सरकार ने नीति आयोग के एक कार्यकारी समूह की सिफारिश के आधार 20 लाख टन दालों का भंडारण करने की योजना बनाई है। एक अनुमान में कहा गया है कि वर्ष 2016-17 में दालों की मांग 24.61 लाख होगी जबकि इनकी पैदावार 22.14 लाख टन के आसपास रह सकती है।
वहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे लोकसभा में शून्यकाल में चर्चा के दौरान कहा, केंद्र सरकार तुअर (अरहर) दाल आयात करने की बजाए देश के किसानों से 10 हजार प्रति क्विंटल के दर से खरीदे। तुअर दाल का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5 हजार 50 रुपये के साथ एक हजार प्रति क्विंटल अतिरिक्त बोनस दिया जाए। उन्होंने मांग की कि ये अतिरिक्त बोनस उन किसानों को भी दिया जाए। अपनी तुअर दाल ये सरकारी एजेंसियों को बेजी है।