एलपीजी सब्सिडी खत्म करने का फैसला गरीब विरोधी : विपक्ष
नई दिल्ली, 01 अगस्त : एलपीजी सब्सिडी खत्म करने हर महीने इसकी कीमतों में इजाफा करने के मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ विपक्ष एकजुट हो गया है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) ने अगले वर्ष मार्च से एलपीजी सब्सिडी खत्म करने हर महीने इसकी कीमतों में इजाफा करने के मोदी सरकार के फैसले का विरोध करते हुए इसे वापस लेने की अपील की है।
सीपीआईएम पोलित ब्यूरो ने अपना बयान जारी कर रसोई गैस पर केंद्र सरकार के हर महीने सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर के दाम में 4 रुपये की बढ़त करने के निर्देश को सरकार की गिवअप कैंपेन (सब्सिडी छोड़ने के विकल्प) विरोधी करार दिया है। पोलित ब्यूरो के अनुसार इससे उन गरीब परिवारों को नुकसान होगा जिन्होंने सरकार की सब्सिडी योजना के अधीन सरोई गैस खरीदा है।
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दूसरी ओर कांग्रेस ने केंद्र के इस फैसला का विरोध किया है और इसे गरीब विरोधी करार दिया है। तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन के अनुसार, ‘रसोई गैस सिलेंडर का मूल्य प्रति माह चार रुपये बढ़ाना मामला उठाते हुए कहा कि सरकार को इस पर सब्सिडी खत्म करना है।‘उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में पेट्रोलियम उत्पादों का मूल्य कम हुआ है, जबकि इसके मूल्य में वृद्धि हुई है। सरकार की कथनी और करनी में अंतर है।
इस मसले पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल के सदस्यों ने राज्यसभा में भारी शोरगुल और हंगामा किया गया था जिसके कारण प्रश्नकाल की सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी।