नई दिल्ली, 08 जनवरी = पूर्वी नगर निगम कर्मचारियों के पिछले कई दिनों से हड़ताल के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने निगम को पूरी तरह से वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार का शिकार करार दिया है।
मनीष सिसोदिया ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि निगम कर्मचारी चारों तरफ कूड़ा फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले जिस नगर निगम का काम 300-400 करोड़ रुपये से चल जाता था अब वह 700 करोड़ में काम नहीं चला पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि साल 2013 में 399 करोड़ का बजट था, वहीं साल 2013-14 में 414 करोड़ का था। वर्ष 2015-2016 में 702 करोड़ का बजट था| साथ ही बिना किस्त काटे हर साल नॉन प्लान लोन भी दिया गया लेकिन नगर निगम में भरपूर भ्रष्टाचार हो रहा है इसलिए निगम कर्मचारियों को पैसा नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने दावा किया कि जब से केजरीवाल सरकार सत्ता में आई है, तब से दिल्ली सरकार ने नगर निगम में लोन का पैसा नहीं काटा है। निगर निगम को टैक्स कलेक्शन बढ़ाना चाहिए।
मनीष ने कहा कि नोटबंदी के दौरान सभी निगमों में बड़ी संख्या में प्रोपर्टी टैक्स जमा किया गया लेकिन निगम कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया। दिल्ली नगर निगम भ्रष्टाचार से पैसा वसूलने की बजाए प्रोपर्टी टैक्स वसूल कर कर्मचारियों का वेतन बांट सकती थी। मनीष ने कहा कि 2 महीने से पूर्वी दिल्ली नगर निगम में कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया। ये कोर्ट की अवमानना है। कोर्ट ने 7 तारीख को सैलरी देने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली नगर निगम को कोई पैसा क्यों नहीं दे रहा। डीडीए से बकाया नहीं लिया। साथ ही आरोप लगाया कि नगर निगम में सफाई कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है।