एबीएमएसयू का 12 घंटे रेल रोको आंदोलन उग्र, लाठीचार्ज व फायरिंग
कोकराझार, 26 अक्टूबर (हि.स.)। आल बोड़ो माइनारिटी स्टूडेंट यूनियन (एबीएमएसयू) के आह्वान पर निचले असम में 12 घंटे के रेल रोको आंदोलन सुबह से आरंभ हुआ। हालांकि प्रशासन ने पहले से ही रेल पटरी के आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दिया था। बावजूद इसके निचले असम के विभिन्न जिलों में एबएमएसयू समर्थकों ने रेल पटरियों पर बैठकर ट्रेनों की आवाजाही को ठप कर दिया।
उल्लेखनीय है कि गत 2 अगस्त को कोकराझार जिले के तितागुड़ी बाजार में बाइक पर सवार होकर आए संदिग्ध अपराधियों ने दिन-दहाड़े स्वचालित रायफल से गोली चलाकर एबीएमएसयू के अध्यक्ष लफिकुल इस्लाम की हत्या कर दी थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन अब तक हत्यारों का कुछ भी पता नहीं चल सका है। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों व एबीएमएसयू की मांग पर असम सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। बावजूद इसको लेकर आए दिन एबीएमएसयू आंदोलन करते हुए हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग करती आ रही है। गुरुवार को भी एबीएमएसयू ने लफिकुल को न्याय दिलाने की मांग को लेकर निचले असम के विभिन्न इलाकों में 12 घंटे रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया था।
इस कड़ी में कोकराझार जिले के सालाकाटी रेलवे स्टेशन के पास काफी संख्या में प्रदर्शनकारी रेल की पटरी पर बैठकर ट्रेनों की आवाजाही को रोक दिया। मौके पर पहुंची पुलिस, सीआरपीएफ, आरपीएफ ने रेल पटरी को खाली कराने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारी सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकना आरंभ कर दिया। पुलिस ने आंदोलनकारियों से निपटने के लिए आंसू गैस के गोला छोड़ने के साथ ही लाठीचार्ज किया। सूत्रों ने बताया है कि स्थिति को बिगड़ते देख पुलिस ने 12 राउंड हवाई फायरिंग की।
सूत्रों ने बताया है कि पुलिस ने लगभग 25 आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया। पत्थरबाजी के दौरान आरपीएफ के 10 जवान व एक इंस्पेक्टर टीसी बोड़ो घायल हो गए। इलाके में पूरी तरह से तनाव व्याप्त है। पुलिस ने रेलवे ट्रैक से सभी आंदोलनकारियों को हटा दिया है।
आंदोलन के चलते विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनों की रोकना पड़ा। इस कड़ी में राजधानी एक्सप्रेस को गुवाहाटी से रवाना होने के बाद बीच रास्ते में रोकना पड़ा। मिली जानकारी के अनुसार ट्रेनों की सेवा धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।