एनसीपी प्रवक्ता मलिक का खुलासा ,बीजेपी नेताओं के कहने पर 3 को छोड़ा ,अजीत पवार के बेटे के बारे में साधी चुपी
एनसीबी बोली, 3 नहीं 6 को छोड़ा, लेकिन कानूनन ,
मुंबई – राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता व कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक (NCP chief spokesperson Nawab Malik) ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी ) (Narcotics Control Bureau) के खिलाफ अपनी बमबारी को जारी रखा है. शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने आरोप लगाया कि एनसीबी ने क्रूज पर छापा मार कर 1300 लोगों में से सिर्फ 11 लोगों को हिरासत में लिया था. लेकिन बाद में बीजेपी नेताओं के कहने पर 3 आरोपियों को छोड़ दिया. मलिक ने आरोप लगाया है कि जिन तीन लोगों को एनसीबी (ncb) ने छोड़ा है, उनमें एक भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष रह चुके मोहित भारतीय का साला ऋषभ सचदेवा भी है. अपने आरोप के सबूत के तौर पर उन्होंने कुछ वीडियो और तस्वीरें भी जारी की हैं, जिसमें ऋषभ अपने पिता और चाचा के साथ एनसीबी ऑफिस से बाहर निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा मलिक ने प्रतीक गाबा व आमिर फर्नीचरवाला को हिरासत में लेने और अपने रिश्तेदारों के साथ एनसीबी कार्यालय छोड़ने का एक वीडियो जारी किया.
बीजेपी नेताओं के दबाव में छोड़ा
नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि इन तीनों लोगों को बीजेपी नेताओं के दबाव में छोड़ा गया है. उन्होंने एक आयोग का गठन कर इस मामले की जांच किए जाने की मांग की है. मलिक ने दावा किया कि इन तीन लोगों को रिहा करने के आदेश दिल्ली से जारी किए गए थे. उन्होंने कहा कि एनसीबी के जोनल ऑफिसर समीर वानखेड़े यह बताएं कि उन्होंने इन तीनों को किसके निर्देश पर रिहा किया. मलिक ने वानखेड़े के मोबाइल फोन के कॉल डिटेल्स के भी जांच की मांग की है.
कानून के तहत छोड़ा
एनसीबी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नवाब मलिक के आरोपों का खंडन किया. जांच एजेंसी के डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि हमने शिप से 11 नहीं बल्कि 14 लोगों को पकड़ा था, लेकिन उसमें से 6 लोगों को सबूतों के अभाव में छोड़ दिया गया. सिंह ने बताया कि हिरासत में पूछताछ के दौरान आरोपी व्यक्तियों द्वारा किए गए खुलासे के आधार पर हमने 6 जगहों पर रेड की और मुंबई के विभिन्न स्थानों से 10 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. एनसीबी ने यह भी स्पष्ट किया कि हमने इस ऑपरेशन में दो स्वतंत्र गवाहों की मदद ली. इनमें किरण गोसावी और मनीष भानुशाली शामिल हैं. इन दोनों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि भानुशाली बीजेपी के नेता है.
अजीत पवार के बेटे के बारे में साधी चुपी
मीडिया ने एनसीबी से पूछा कि जिन 6 लोगों को छोड़ा गया, उसमें क्या उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के बेटे पार्थ पवार का नाम भी शामिल है. इसके जवाब में एनसीबी ने स्पष्ट किया कि हम कार्यवाही के दौरान हिरासत में लिए गए लोगों के नाम सार्वजनिक नहीं कर सकते. एनसीबी ने आगे कहा कि हम एक बहुत ही पेशेवर विभाग हैं और हम मुख्य रूप से युवाओं को नशे की लत से मुक्त करने के लिए काम कर रहे हैं.