उत्तर प्रदेश में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर ब्रेक
-सालाना सात फीसदी से ज्यादा फीस वृद्धिनहीं, पांच साल से पहले नई ड्रेस नहीं
लखनऊ (ईएमएस)। उत्तर प्रदेश में अब निजी स्कूलों की मनमानी नहीं चलेगी। योगी सरकार ने फीस को लेकर मनमानी करने वाले निजी स्कूलों पर लगाम लगाने की पूरी तैयारी कर ली है। योगी कैबिनेट की बैठक में नए कानून पर मुहर लगा दी गई, जिसके बाद अब निजी स्कूलों की मनमानी नहीं चलेगी। ये स्कूल अब सालाना सात फीसदी से ज्यादा फीस नहीं बढ़ा पाएंगे।
यह फैसला सीबीएसई और आईसीएसई स्कूलों पर लागू होगा। ट्रांसपोर्ट से लेकर कैंटीन फीस भी अब अभिभावकों की इजाजत के बिना नहीं वसूली जाएगी। बता दें कि निजी स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए योगी सरकार एक अध्यादेश लाने जा रही है। स्कूल अब साल भर की फीस भी एक साथ नहीं ले सकते। ड्रेस पांच साल से पहले नहीं बदली जा सकेगी। स्कूल या किसी खास दुकान से ड्रेस और किताब-कॉपी लेने के लिए अभिभावकों को मजबूर नहीं किया जाएगा। यह सारे नियम सालाना 20 हजार से ज्यादा फीस लेने वाले स्कूलों पर लागू होंगे।
बता दें कि निजी स्कूलों के खिलाफ पूरे प्रदेश में आवाज उठ रही थी। बीजेपी ने चुनाव के दौरान स्कूलों की मनमानी रोकने का वादा भी किया था। निजी स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए योगी सरकार की तरफ से लिए गए फैसले की जानकारी उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने दी। मंगलवार को वाराणसी में स्कूलों की मनमानी फीस बढ़ोतरी के खिलाफ अभिभावकों ने अनोखा प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान अभिभावकों ने बच्चों को कंधे पर बैठाया और बच्चों ने सिर पर स्कूल बैग रखा था। अभिभावकों ने तख्तियां लेकर स्कूलों के खिलाफ नारेबाजी भी की। बच्चों के बैग, कॉपी किताब के बोझ को लेकर भी अभिभावकों ने अपनी नाराजगी जताई।