टोक्यो, 07 अप्रैल= दुनिया के समृद्ध देशों में एक जापान इन दिनों बच्चों में कामुकता को उकसाने की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। ऐसा सिर्फ व्यावसायिक उद्देश्य से अधिकाधिक मुनाफा कमाने के लिए किया जा रहा है। बीबीसी थ्री की पड़ताल से यह खुलासा हुआ है।
विदित हो कि मयखानों में पुरुष स्कूली लड़कियों से मुलाक़ात के लिए भुगतान करते हैं। यहां पहले कुछ तस्वीरें और कॉमिक किताबें दिखाई जाती हैं। इन किताबों में बच्चों की कामुक तस्वीरें होती हैं। इसको लेकर जापान की वैश्विक स्तर पर आलोचना हो रही है।
उल्लेखनीय है कि बीबीसी थ्री ने इस बात की पड़ताल की है कि जापान में कैसे बच्चों से सेक्स को प्रोत्साहित किया जा रहा है। महज तीन साल पहले जापान में बाल पोर्नोग्राफ़ी पर प्रतिबंध लगाया गया था। लेकिन इससे भी बच्चों की सेक्स बिक्री पर रोक नहीं लग पाई है।
बीबीसी थ्री की मशहूर डॉक्यूमेंट्री मेकर स्टैसी डूली ने इसे बेहतरीन तरीके से कवर किया है। जब वह टोक्यो गईं तो उन्हें कड़ी जांच का भी सामना करना पड़ा।
स्टैसी ने पाया कि जापान में युवा लड़कियों की कामुक तस्वीरों की संस्कृति फल-फूल रही है और इसका इस्तेमाल व्यावसायिक मुनाफे के लिए किया जा रहा है। इस दौरान उनका पहला ठिकाना टोक्यो का जेके कैफे बना। यहां हाई स्कूल की लड़कियों को बड़ी उम्र के पुरुषों के साथ वक़्त गुजारने के लिए पैसे दिए जाते हैं।
उन पुरुषों ने बताया कि स्कूली लड़कियों से सेक्स के बारे में बात करना और उनका हाथ पकड़ना बिल्कुल सामान्य है। ये 15 साल की लड़कियां स्कूली यूनिफॉर्म में होती हैं। स्टैसी ने जापान के उस इलाक़े को उजागर किया है जो कामुकता के लिए जाना जाता है।
जापान में इस इलाक़े को ‘चाको इरो’ कहा जाता है। यहां बच्चों की कामुक तस्वीरें फिल्माई जाती हैं।