नई दिल्ली/मनीला, 09 सितम्बर : हाल ही में मोदी कैबिनेट में फेरबदल के बाद वाणिज्य मंत्री बनाए गए पूर्व रेलमंत्री सुरेश प्रभु फिलिपिंस की राजधानी मनीला में चल रही 49वीं आसियान वाणिज्य मंत्रियों की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वैसे भारत ऑसियान समूह का सदस्य देश नहीं है लेकिन आसियान आर्थिक मंत्रियों की इस बैठक के दौरान ऑउटरिच प्रोग्राम के तहत् भारत को भी आमंत्रित किया गया है।
एसोसिएशन ऑफ साउथ-ईस्ट एशियन नेशंस (आसियान) के आर्थिक मंत्रियों ने गुरुवार 07 सितम्बर को मनीला में चार दिवसीय बैठक शुरू हुई। जिसमें आर्थिक संबंधों को और मजबूत बनाने और दक्षिण पूर्व एशिया में व्यापार और निवेश को एकीकृत करने के तरीकों पर चर्चा की गई। उम्मीद जताई जा रही है कि 2050 तक, आसियान अर्थव्यवस्था 9.2 खरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो जाएगी, जिससे यह दुनिया में चौथा सबसे बड़ा समूह हो जाएगा।
आसियान, ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया और न्यूजीलैंड के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) के माध्यम से एक खुला और बाह्य-उन्मुख परिप्रेक्ष्य बनाए रखेगा। आसियान में कनाडा, यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे संवाद साझेदारों के साथ सहयोग तंत्र भी है।
एक औपचारिक समुदाय के रूप में, 10 देशों के आसियान समूह 2.6 अरब अमेरिकी डॉलर के संयुक्त आर्थिक उत्पादन के साथ 625 मिलियन लोगों के क्षेत्र में व्यापार और पूंजी के अधिक स्वतंत्र आंदोलन बनाना चाहता है। आसियान आर्थिक समुदाय (एईसी) का उद्देश्य व्यापार, निवेश और रोजगार सृजन करके क्षेत्र में उच्च आर्थिक विकास को प्राप्त करना है।