आर्थिक तंगी से जूझ रहे अभिनेता सीताराम पांचाल का कैंसर से निधन , आखरी समय में ऐसी हो गई थी हालत
मुंबई, 10 अगस्त : तीन साल से भी ज्यादा समय से किडनी और फेफड़ों के कैंसर से जूझ रहे अभिनेता सीताराम पांचाल का यह संघर्ष गुरुवार को थम गया। गुरुवार को सुबह सात बजकर 45 मिनच पर मुंबई के करीब मुंब्रा में सीताराम पांचाल ने अपने घर में अंतिम सांस ली। वे 54 साल के थे। उनके शोकाकुल परिवार में पत्नी उमा पांचाल और बेटा ऋषभ पांचाल हैं। गुरुवार दोपहर बाद सीताराम पांचाल का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
लंबे वक्त से आर्थिक तंगी से परेशान सीताराम पांचाल की मदद के लिए हाल ही में सोशल मीडिया पर एक मुहिम कलाकारों की संस्था सिंटा की ओर से शुरू हुई थी, जिसमें कई लोग उनकी मदद के लिए आगे आए थे। उनके पैतृक राज्य हरियाणा की राज्य सरकार तक भी मदद की बात पहुंची थी, तो मुख्यमंत्री खट्टर की ओर से उनके इलाज के लिए पांच लाख रुपये का अनुदान देने की घोषणा की गई थी।
हरियाणा के कैथल जिले के एक गांव डुंडल हेड़ी के रहने वाले सीताराम पांचाल ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) से ग्रेजुएशन के बाद 1994 में शेखर कपूर की फिल्म ‘द बैंडिट क्वीन’ में एक छोटे से रोल से अपने अभिनय के करियर की शुरुआत की थी। उनके अभिनय की प्रमुख फिल्मों में तिग्मांशु धूलिया की ‘पान सिंह तोमर’ के अलावा ‘स्लमडॉग मिलेनियर’, नाना पाटेकर-करिश्मा कपूर की ‘शक्ति-द पावर’, राजकुमार संतोषी की फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ भगत सिंह’ और अनुषा रिजवी की फिल्म ‘पीपली लाइव’ रहीं। इस साल 10 फरवरी को रिलीज हुई अक्षय कुमार की फिल्म ‘जॉली एलएलबी-2’ में उनको अंतिम बार परदे पर देखा गया। अपने 23 साल लंबे सफर में उन्होंने फिल्मों के अलावा टीवी सीरियलों और कई विज्ञापन फिल्मों में भी काम किया।