आत्महत्या का प्रयास करने वाले किसान के परिजनों से मिले पूर्व CM चव्हाण
मुंबई, 27 जनवरी : धुलिया जिले में भूमि संपादन के बाद उचित मुआवजा नहीं मिलने पर किसान धर्मा पाटिल द्वारा मुंबई में मंत्रालय के सामने जहर पीकर आत्महत्या किए जाने के प्रयास के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने धर्मा पाटिल के परिवारीजनों से शनिवार को मुलाकात करके हालचाल जाना।
गौरतलब है कि धुलिया जिले के शिंदखेड़ा तहसील के विखरण गांव के निवासी धर्मा पाटिल ने शासन-प्रशासन से न्याय नहीं मिलता देख मंत्रालय के सामने जहर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। इसी बात को ध्यान में रखते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने उनके घर पहुंचकर धर्मा पाटिल के परिवारीजनों से मुलाकात की और हालचाल जाना। चव्हाण के साथ कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री बालासाहेब थोरात, सांसद रजनी पाटिल, पूर्व मंत्री हेमंत देशमुख आदि उपस्थित रहे।
बतादें कि किसान धर्मा पाटिल की पांच एकड़ जमीन औष्णिक विद्युत परियोजना के लिए संपादित कर ली गई। पांच एकड़ जमीन के बदले उन्हें मात्र चार लाख रुपये ही मुआवजा दिया गया। धर्मा पाटिल की इस जमीन में 600 आम के पेड़ हैं। इसके अलावा कुआं, विद्युत सिंचाई मशीन और अन्य सामाग्री खेत में उपलब्ध है। कम मुआवजा मिलने के बाद किसान धर्मा पाटिल ने शासन-प्रशासन से उचित मुआवजा दिलाने की अपील की और शासन-प्रशासन के चक्कर काटने शुरू कर दिए। न्याय न मिलने पर उन्होंने जहर पीकर मंत्रालय के सामने आत्महत्या करने का प्रयास किया और उनका इलाज जेजे अस्पताल में चल रहा है। इसके पहले उनका इलाज सेंट जार्ज अस्पताल में चल रहा था।
उल्लेखनीय है कि विधान परिषद के उप सभापति माणिकराव ठाकरे ने भी जेजे अस्पताल में पहुंचकर किसान धर्मा पाटिल का हालचाल जाना। इस अवसर पर जेजेे अस्पताल के डीन डॉक्टर नंदनकर और वैद्यकीय अधीक्षक डॉक्टर सुरासे आदि भी उपस्थित थे और उन्होंने धर्मा पाटिल के स्वास्थ्य के बारे में ठाकरे को जानकारी दी। (हि.स.)।