रुड़की, 20 जून (हि.स.)। आइआइटी रुड़की में कार्यरत मृतक आश्रित कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सोमवार से फिर से धरना शुरू कर दिया है। वहीं, मेन बिल्डिंग के बाहर धरने पर बैठने को लेकर कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मचारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।
संस्थान में कार्यरत 35 मृतक आश्रित कर्मचारियों को संस्थान की ओर से 30 जून को उनका कार्यकाल पूरा होने का नोटिस दिया गया है। ऐसे में ये कर्मचारी संस्थान से स्थाई नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर कर्मचारी सोमवार को अपने-अपने परिवार के सदस्यों के साथ धरने पर बैठने के लिए संस्थान की मेन बिल्डग के बाहर पहुंचे। साथ ही उन्होंने निदेशक से मिलने का प्रयास किया, लेकिन निदेशक के मीटिंग में व्यस्त होने की बात कहकर उन्हें मिलने नहीं दिया गया।
इसके बाद शाम को निदेशक ने मृतक आश्रित कर्मचारियों से मुलाकात की। इस दौरान कर्मचारियों ने निदेशक के समक्ष अपनी मांग रखी। मृतक आश्रित कर्मचारी किशोर ने बताया कि सोमवार को उन्होंने मेन बिल्डिंग के बाहर धरने पर बैठने की कोशिश की, लेकिन गार्डों ने उन्हें वहां बैठने नहीं दिया। इस दौरान उनकी सुरक्षा कर्मचारियों से तीखी बहस भी हुई। कर्मचारी ने बताया कि जब तक संस्थान 35 मृतक आश्रित कर्मचारियों को स्थाई नियुक्ति नहीं देता है तब तक उनका धरना जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि इस मांग को लेकर अप्रैल में भी कर्मचारियों ने लगातार कई दिनों तक संस्थान परिसर में धरना दिया था। धरना देने वालों में भोपाल सिह रावत, संजय सिह रावत, सुशील कुमार, कन्हैया शर्मा, पारुल, संगीता, नैंसी शर्मा आदि शामिल रहे।