अहमदाबाद में चार मंजिला इमारत गिरी , 1 की मौत , मलबे को हटाने का काम अभी भी जारी…
अहमदाबाद. गुजरात के अहमदाबाद में रविवार देर शाम ओढव इलाके में चार मंजिला इमारत के ढ़ह जाने से 1 शख्स की मौत हो गयी है. स्थानीय पुलिस के मुताबिक अबतक 6 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. मौके पर मलबे को हटाने का काम अभी भी जारी है. हालांकि अभी तक ये साफ नहीं है कि मलबे में कितने लोग और फंसे हुए हैं. स्थानीय सूत्रों का कहना है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. जानकार सूत्रों से मिली खबर में बताया गया है कि इमारत के दो ब्लॉक गिरने से यह हादसा हुआ है.
गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) तथा स्थानीय दमकल विभाग की टीमों को मलबे से लोगों को निकालने के लिए तैनात किया गया है. जाडेजा ने कहा कि ये टीमें बचाव अभियान के लिए आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रही हैं. जडेजा ने कहा, इमारत को अहमदाबाद नगर निगम के अधिकारियों द्वारा कल उस समय खाली कराया गया था जब उन्हें लगा कि इमारत कभी भी गिर सकती हैं लेकिन कुछ निवासी आज वापस आए और वे इनके ढहने के वक्त इमारत के अंदर ही थे. जडेजा ने कहा कि मलबे में 8-10 लोगों के फंसे होने की आशंका है.
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दो दशक पुरानी इमारत में दरार आने पर लोगों को पहले ही नोटिस दे दिया गया था. एक दिन पहले यानी शनिवार को ही इमारत खाली कराई गई थी. इसके बावजूद कुछ लोग इमारत में फिर से चले गए थे. मौके पर बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है. दरअसल, 26 अगस्त की शाम ओढव की चार मंजिला इमारत भरभरा कर धराशाई हो गई. जिसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. देखते ही देखते महज चंद सेकंड में करीब 50 फीट ऊंची बिल्डिंग मलबे का ढेर बन गई.
जीवन ज्योत सोसायटी के पास इमारत का मलबा हटाने की कोशिश रातभर चलती रही, जो अभी भी जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में अहमदाबाद फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है. सवाल है कि महज 19 साल पुरानी इमारत कैसे ताश के पत्तों की तरह ढह सकती है. या तो बिल्डिंग के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ या फिर सरकारी मानकों से खिलवाड़ या प्रशासनिक अफसरों की लापरवाही के कारण इस भवन का ये हाल हुआ है.