अब रविवार से आम जनता भी लुफ्त उठा सकती हैं मुगल गार्डन का.
नई दिल्ली, 03 फरवरी = राष्ट्रपति भवन स्थित खूबसूरत मुगल गार्डन आगामी रविवार को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। इसके एक दिन पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इसका उद्घाटन करेंगे। लोगों को खासा पसंद आने वाला मुगल गार्डन 5 फरवरी से 12 मार्च तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा। लोग सुबह साढ़े नौ बजे से शाम चार बजे तक मुगल गार्डन में घूम सकेंगे। उस दौरान यह गार्डन रविवार को रखरखाव के लिए आम जनता के लिए बंद रहेगा।
इन चीजो को अंदर ले जाने की नहीं रहेगी अनुमति …..
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 4 फरवरी को उद्यानोत्सव के हिस्से के रूप में इसका उद्घाटन करेंगे। राष्ट्रपति भवन से जारी बयान के अनुसार लोग ‘राष्ट्रपति संपदा’ के गेट नंबर 35 से गार्डन में प्रवेश कर सकेंगे। लोग उसी गेट से ही बाहर आएंगे। यहां आने वाले दर्शकों के लिए पानी की बोतलें, ब्रीफकेस, बैग, थैला, लेडीज पर्स, कैमरा, रेडियो, ट्रांजिस्टर, बक्से, छाते और खाद्य सामग्री आदि के साथ प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। अगर वे ऐसी कोई सामान लेकर आते हैं तो उन्हें वहां जमा कराना होगा।
राष्ट्रपति भवन के पिछले हिस्से में मुगल गार्डन अपने किस्म का अकेला ऐसा उद्यान है, जहां विश्वभर के रंग-बिरंगे फूलों की छटा देखने को मिलती है। यहां विविध प्रकार के फूलों और फलों के पेड़ों का संग्रह है। भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने इस उद्यान को जन साधारण के दर्शन हेतु खुलवाया था। इस उद्यान को देखने वालों की संख्या प्रतिवर्ष बढ़ती जा रही है। 13 एकड़ में फैले इस उद्यान में ब्रिटिश शैली के संग-संग औपचारिक मुगल शैली का मिश्रण दिखाई देता है। यह उद्यान चार भागों में बंटा हुआ है और चारों एक दूसरे से भिन्न एवं अनुपम हैं। यहां कई छोटे-बड़े बगीचे हैं जैसे पर्ल गार्डन, बटरफ्लाई गार्डन और सकरुलर गार्डन आदि।
जड़ी-बूटियां और औषधियां……..
बटरफ्लाई गार्डन में फूलों के पौधों की बहुत सी पंक्तियां लगी हुई हैं। यह माना जाता है कि तितलियों को देखने के लिए यह जगह सर्वोत्तम है। मुगल उद्यान में अनेक प्रकार के फूल देखे जा सकते हैं जिसमें गुलाब, गेंदा, स्वीट विलियम आदि शामिल हैं।
1.इस बार गुलाब, पैंजी और लिली के अलावा 12 हजार ट्यूलिप देखने को मिलेंगे। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पसंदीदा फूल ट्यूलिप की सभी प्रजातियां इस बार एक जगह संजोई गई हैं।
2.ट्यूलिप के अलावा लेडी पर्स भी आर्कषण का केंद्र होगा। हिमालय में पाए जाने वाले इस फूल की आकृति महिलाओं के पर्स की तरह होती है।
3.आप बसंत में खिलने वाले 70 तरह की फूलों की प्रजातियां देख सकते हैं। उद्यान के बटरफ्लाई एरिया में गुलाब की 135 प्रजातियां भी देखने को मिलेंगी।
4.क्रिस्टल फ्लॉवर भी आकर्षण का केंद्र होगा, सूरज की रोशनी में इससे इंद्रधनुष जैसी रोशनी निकलती है।
5. 2010 में 250 तरह के बोनसाई पौधों को लगाया गया, जिसमें फिकस पांडा, फिकस इंफैक्टिोरिया व पाइनस प्रमुख हैं।
6. इसके साथ ही बायोडायवर्सिटी पार्क, म्यूजिकल गार्डन और नक्षत्रशाला गार्डन सहित 15 प्रमुख पार्क देखे जा सकते हैं। हर पार्क की अपनी अलग खासियत है।
7. इस बाग में फूलों के साथ-साथ जड़ी-बूटियां और औषधियां भी उगाई जाती हैं। इनके लिए एक अलग भाग बना हुआ है, जिसे औषधि उद्यान कहते हैं। मुगल उद्यान वसंत ऋतु में एक माह के लिए प्रतिवर्ष पर्यटकों के लिए खुलता है।
8. पिछले 10 साल के दौरान मुगल गार्डन को देखने के लिए सबसे अधिक 6.37 लाख लोग 2012 में पहुंचे थे।